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खराब एंटीजन किट से कर दीं हजारों कोविड जांच

शुक्रवार से जिन किट से जांच हो रही उसके परिणाम या तो देर से या आ ही नहीं रहे थे। ऐसे में संशय की स्थिति होने पर मामले की शिकायत की गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 03:20 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 03:20 AM (IST)
खराब एंटीजन किट से कर दीं हजारों कोविड जांच
खराब एंटीजन किट से कर दीं हजारों कोविड जांच

बरेली, जेएनएन : बीते चार माह से जिले में एंटीजन टेस्ट किट से कोविड संदिग्धों की जांच हो रही हैं। वहीं शुक्रवार से जिन किट से जांच हो रही उसके परिणाम या तो देर से या आ ही नहीं रहे थे। ऐसे में संशय की स्थिति होने पर मामले की शिकायत की गई। इस पर बुधवार को किट की कंपनी के लोगों के सामने जांच की गई तो फिर परेशानी आई। इसके बाद नई किट से लोगों की जांच कराई गई।

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शुक्रवार से जिले में जिन एंटीजन किट से जांच की जा रही थी, उस कंपनी की किट की खेप पहली बार जिले में आई थी। इस किट से ही एमएमयू, तीन सौ बेड और सभी सीएचसी पीएचसी में जांच कराई जा रही थी। इस किट के परिणाम आने में काफी समय लग रहा था। कई बार किट में लाइन कंट्रोल के निशान तक नहीं पहुंच रही थी। इसके चलते यह पता ही नही चल रहा था कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं। ऐसे में लैब टेक्नीशियनों ने उन लोगों को संक्रमित नहीं माना, जिनकी किट में लाइन नहीं बनी। शुरुआती दो दिन तक ऐसा ही चलता रहा लेकिन, जब लगातार दिक्कत आई तो मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इसके बाद माइ लैब किट कंपनी को इसकी जानकारी दी गई। इस पर कंपनी की ओर से आए कर्मचारियों ने अपने सामने जांच कराई। सीएमओ ने सीनियर लैब टेक्नीशियन सुमित शर्मा और एसीएमओ अशोक कुमार को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। वीडियो बनाकर एक वालंटियर की जांच की गई। इसमें एक पुरानी किट और एक माइ लैब कंपनी की किट रखी गई। इसमें माइ लैब किट में दिक्कत आई और काफी देर तक परिणाम ही नहीं आया। इसके चलते इस किट को खराब ही माना गया। चार दिनों में इन जांच किटों से जिन हजारों लोगों की जांच हुई, उनके परिणाम पर संशय की स्थिति बन गई है।

सीएमओ बोले- चिह्नित हैं लोग आरटीपीसीआर जांच होगी

सीएमओ डा. विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि किट की नई खेप आ गई है, जो सही है। जिन लोगों की खराब किट से जांच हुई है, वह चिह्नित हैं। उनकी अब आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। कहा कि ऐसे ज्यादा लोग नहीं है, क्योंकि नई किट के साथ पुरानी किटों का भी इस्तेमाल हो रहा था।


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