Move to Jagran APP

पुलिस दक्षता परीक्षा : मामा से पांच लाख में सौदा तय करने के बाद इस ट्रेनी सिपाही ने दी थी भांजे की परीक्षा Bareilly News

पुलिस दक्षता परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आया है। भांजे को भर्ती में पास कराने के लिए ट्रेनी सिपाही परीक्षा में बैठ गया था।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 09:50 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 05:46 PM (IST)
पुलिस दक्षता परीक्षा : मामा से पांच लाख में सौदा तय करने के बाद इस ट्रेनी सिपाही ने दी थी भांजे की परीक्षा Bareilly News
पुलिस दक्षता परीक्षा : मामा से पांच लाख में सौदा तय करने के बाद इस ट्रेनी सिपाही ने दी थी भांजे की परीक्षा Bareilly News

जेएनएन, बरेली : पुलिस दक्षता परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आया है। भांजे को भर्ती में पास कराने के लिए ट्रेनी सिपाही परीक्षा में बैठ गया था। परीक्षा में पास भी हो गया मगर दौड़ के दौरान अभ्यर्थी की बायोमीट्रिक जांच में मामला पकड़ा गया। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अभ्यर्थी को फर्जीवाड़ा में गिरफ्तार कर लिया गया।

loksabha election banner

आठवीं वाहिनी पीएसी मैदान में इन दिनों पुलिस दक्षता परीक्षा के अभ्यर्थियों की दौड़ हो रही है। इससे पहले उनकी बायोमीट्रिक जांच होती है। बुधवार को मथुरा के नौझील थाना के गांव मुड़लिया निवासी उदय भान सिंह पुत्र भगवान सिंह का बायोमीट्रिक मिलान नहीं हुआ। शक होने पर कर्मचारियों ने सूचना दी तो अधिकारियों ने उससे पूछताछ की।

उदयभान ने बताया कि वर्ष 2018 में सिपाही भर्ती परीक्षा में आवेदन किया था। उसमें पास कराने के लिए चाची के भाई रविंद्र कुमार पुत्र मोहन सिंह निवासी अलीगढ़ थाना गोंडा के गांव धनतौली से बात की। रविंद्र से पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ कि वह अपनी परीक्षा पास कर चुका है मगर उसे पास कराने के लिए दोबारा उसकी जगह परीक्षा में बैठ जाएगा। परीक्षा में पास भी हो गया। जिसके बाद डेढ़ लाख रुपये उसे दे दिए।

अलीगढ़ में बनते हैं फिंगर प्रिंट के क्लोन, ऐसे खुली पोल

दोपहर को उदयभान को थाना कैंट के प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार के सुपुर्द कर दिया गया। उदयभान ने बताया कि परीक्षा के दौरान बायोमीट्रिक उपस्थिति के लिए उसके अंगूठे के निशान का रबड़ क्लोन रविंद्र ने बनवाया था। उसी से परीक्षा में उपस्थिति दर्ज कराई थी। फिंगर प्रिंट क्लोन अलीगढ़ और आगरा में बन जाते हैं। बुधवार को जब वह दौड़ में शामिल होने के लिए पहुंचा तो उसके फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ। दरअसल, परीक्षा के दौरान दिए गए फिंगर प्रिंट क्लोन व उसके असली फिंगर प्रिंट में अंतर आने पर मामला खुला।

टीसीएस कंपनी कर रही बायोमीट्रिक का काम

पुलिस भर्ती परीक्षा से लेकर दक्षता परीक्षा तक बायोमीट्रिक का काम टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) कर रही है। मंगलवार को इसी कंपनी के कर्मचारियों ने बायोमीट्रिक मिलान के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ा है।

मुरादाबाद में ट्रेनिंग ले रहा दूसरा आरोपित

फर्जीवाड़े का दूसरा आरोपित रविंद्र कुमार मुरादाबाद पीएसी में सिपाही की टे्रनिंग कर रहा है। उदयभान के पकड़े जाने के बाद पुलिस और पीएसी की ओर से मुरादाबाद पीएसी को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। दूसरे आरोपित को भी मुरादाबाद से लाकर गुरुवार को जेल भेजा जाएगा।

पुलिस दक्षता परीक्षा प्रभारी की ओर से फर्जीवाड़ा पकड़े जाने की सूचना दी गई थी। बायोमीट्रिक जांच के दौरान एक आरोपित पकड़ा गया है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित को गुरुवार को जेल भेजा जाएगा।

- अरुण कुमार, प्रभारी थाना निरीक्षक, कैंट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.