बड़ा शातिर निकला बरेली का यह तस्कर, जरी के काम के जरिए मुंबई में खड़ा किया तस्करी का बाजार, जानिए कैसे
Bareilly Smugglar News तस्कर रिफाकत बेहद ही शातिर इरादों वाला निकला। कुनबे के लोग उत्तराखंड व प्रदेश के ही शहरों में माल खपाने में जुटे थे। इधर रिफाकत ने स्मैक तस्करी का बड़े स्तर पर काम करने के लिए मुंबई की ओर रुख किया।
बरेली, अनुज मिश्र। Bareilly Smugglar News: तस्कर रिफाकत बेहद ही शातिर इरादों वाला निकला। कुनबे के लोग उत्तराखंड व प्रदेश के ही शहरों में माल खपाने में जुटे थे। इधर, रिफाकत ने स्मैक तस्करी का बड़े स्तर पर काम करने के लिए मुंबई की ओर रुख किया। 15 साल की उम्र में ही जरी का काम करने के बहाने मुंबई चला गया। मुंबई में वह करीब आठ साल रहा। जरी के काम के जरिये उसने मुंबई, दिल्ली व उत्तराखंड तक अपना अलग नेटवर्क तैयार किया। नेटवर्क तैयार होते ही जरी का काम छोड़कर बड़े पैमाने पर स्मैक तस्करी कर युवाओं को नशे की ओर धकेलने लगा।
साल 2010 में फतेहगंज पश्चिमी में हुई एक हत्या के मामले में रिफाकत पहली बार चर्चा में आया। हत्या के मामले में वह जेल गया। जेल से लौटने के बाद फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मुंबई, उत्तराखंड व दिल्ली के कैरियर के जरिये स्मैक खपाने लगा। स्मैक तस्करी में ही साल 2012 में एनडीपीएस का उसके ऊपर सबसे पहला मुकदमा हुआ। देखते ही देखते एक के बाद एक एनडीपीएस व हत्या समेत उस पर 12 मुकदमे हुए। हत्या के दूसरे मुकदमे में भी वह जेल गया, जिसमे वह जमानत पर चल रहा है। लंबे समय से फरार होने के सवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि कही नहीं भागा था। घर पर ही आराम फरमा रहा था। सफाई पेश करते हुए कहा से बीते दो साल से स्मैक तस्करी का धंधा छोड़ रखा था। फिलहाल, पुलिस रिफाकत का उत्तरांखड, दिल्ली व मुंबई कनेक्शन तलाश रही है। रिफाकत की फतेहगंज पश्चिमी स्थित मार्केट बीते दिनों ढहाई जा चुकी है।
बाहर से ताला, अंदर ठिकाना
पूछताछ में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई। पुलिस से बचने के लिए तस्कर ने नायाब तरीका निकाल रखा था। कोठी के बाहर ताला बंद रहता था। इससे पुलिस समझती सभी फरार हैं। इधर, तस्कर घर में ही आराम से बैठा रहता। फतेहगंज पश्चिमी के साथ उसने फाइक इनक्लेव को दूसरा ठिकाना बना रखा था। फाइक इनक्लेव में भी कमोवेश ऐसा ही नजारा होता था। कोठी में बाहर से तो ताला बंद होता था लेकिन, अंदर वह आराम फरमाता रहता।
चाचा संग तिहाड़ जेल में काट चुका है सजा
स्मैक तस्करी में रिफाकत का सबसे पहले दिल्ली में नाम आया था। चाचा शराफत के पकड़ने जाने के बाद वह भी धर लिया गया था। चाचा शराफत संग रिफाकत दिल्ली की तिहाड़ जेल की हवा भी खा चुका है। उत्तराखंड पुलिस का भी रिफाकत वांछित तस्कर है। बरेली में तो वह कई बार जेल जा चुका है।
हैं दो-दो बीबियां, शराब पीकर खो बैठता है आपा
बारादरी पुलिस ने बताया कि तस्कर रिफाकत की दो बीबियां रेशमा व शबाना हैं। स्मैक तस्कर रिफाकत शराब का लती है। पुलिस बताती है कि वह इस कदर शराब का लती है कि नशे में होने के बाद आपा खो बैठता है और अपने आप ही खुद को सबसे बड़ा तस्कर बताने में जुट जाता है। क्षेत्र में भी उसके शराब पीकर आपा खोने के किस्से आम हैं।
पुलिस से बचने के लिए बदला हुलिया, लगाए नकली बाल
कई जगह से वांछित होने के बाद रिफाकत ने बचने के लिए नया पैतरा अपनाया। उसने सिर पर नकली बाल लगवाकर हुलिया बदल दिया। अंदाजा लगा सकते हैं कि पकड़ने पहुंची पुलिस भी रिफाकत को देखकर एक बार सकपका गई। बाद में फोटो से मिलान करने पर उसके होने की पुष्टि हुई। महंगे कपड़े समेत भोग विलासिता के वह हर शौक रखता था।
लगेगा गैंगस्टर और संपत्ति होगी सीज
इनामी घोषित करने के बाद अब तस्कर रिफाकत पर एसएसपी के निर्देश के बाद गैंगस्टर की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। गैंगस्टर की कार्रवाई होने के बाद तस्कर की संपत्ति चिह्नित की जाएगी। तस्कर तैमूर उर्फ भोला की तरह ही गैंगस्टर एक्ट में तस्कर की संपत्ति सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।