CAA 2019 : रंग महोत्सव के मंच से बोले रंगकर्मी, राजनीतिक दल सेंक रहे सियासी रोटियां Shahjahanpur News
अखिल भारतीय शाहजहांपुर रंग महोत्सव के मंच से लोगो को संदेश देने आए रंगकर्मियों ने नागरिकता कानून पर जमकर बोलते हुए राजनीतिक दलों पर निशाना साधा।हिंसा न करने का संदेश भी दिया।
जेएनएन, शाहजहांपुर : उनकी बोली अलग है। रहन-सहन अलग। भाषा अलग है, परंपराएं अलग। बावजूद इसके यहां न धर्म का भेदभाव है और न जात-पात की बात। सभी का एक ही धर्म है रंगकर्म। और लक्ष्य... आपसी सद्भाव को मजबूत कर देश की एकता व अखंडता बनाए रखना। अखिल भारतीय शाहजहांपुर रंग महोत्सव के मंच से लोगो को संदेश देने आए रंगकर्मियों ने नागरिकता कानून पर जमकर बोलते हुए राजनीतिक दलों पर निशाना साधा। उन्होंने हिंसा न करने का संदेश भी दिया।
रंग महोत्सव के मंच से रंगकर्मियों ने दिया संदेश
शहर के गांधी भवन में हो रहे अखिल भारतीय शाहजहांपुर रंग महोत्सव में देश के 12 राज्यों से आईं 22 टीमों के 350 कलाकार कला के जरिए यही संदेश देने पहुंचे हैं। इन कलाकारों से जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देश में चल रहे माहौल पर चर्चा की तो बोले, इस मुद्दे पर राजनीतिक दल सियासी रोटियां सेंक रहे हैं।
सैयद बोले- एनआरसी पर लोगो को भटकाया जा रहा
रायपुर से आए सैयद आलमीन अली ने कहा कि एनआरसी के मुद्दे पर लोगों को भटकाया जा रहा है। आम लोग इनके गुस्से का शिकार हो रहे हैं। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को किसी की बातों में नहीं आना चाहिए। रुड़की से आए फसीह खान का कहना था कि इसमें कुछ लोगों को टारगेट किया जा रहा है। उनके माध्यम से राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही है। इससे देश का माहौल खराब हो रहा है। लोगों को किसी के बहकावे में आने से बचना चाहिए।
सिद्दीकी ने कहा- पहले चीजों को समझें फिर प्रतिक्रिया दें
सहारनपुर के शानू सिद्दीकी ने कहा कि हिंसा किसी भी तरीके से उचित नहीं कही जा सकती। उनका मानना है कि पहले चीजों को समझें फिर उस पर अपनी प्रतिक्रिया दें। युवाओं को ऐसे समय में संयम के साथ काम लेना चाहिए। वही के अंकुर जोशी ने कहा कि युवाओं को भ्रमित किया जा रहा है। जो लोग विरोध में हिस्सा ले रहे हैं उनमें से अधिकांश को अभी एनआरसी के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। ये राजनीति का शिकार बन रहे हैं।