रिफाइंड से भरे ट्रक को गायब करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार, नकली नंबर प्लेट लगाकर ट्रक समेत कर देते थे सामान गायब
एक माह बाद रविवार को इज्ज्तनगर पुलिस ने रिफाइंड से भरा गायब ट्रक ढूंढ निकाला। पुलिस ने ट्रक में लदे 1250 टिन रिफाइंड में से 683 टिन बरामद किए। इसके साथ बेंचे गए रिफाइंड से प्राप्त करीब साढ़े सात लाख रुपये की धनराशि भी बरामद कर ली है।
बरेली, जेएनएन। एक माह बाद रविवार को इज्ज्तनगर पुलिस ने रिफाइंड से भरा गायब ट्रक ढूंढ निकाला। पुलिस ने ट्रक में लदे 1250 टिन रिफाइंड में से 683 टिन बरामद किए। इसके साथ बेंचे गए रिफाइंड से प्राप्त करीब साढ़े सात लाख रुपये की धनराशि भी बरामद कर ली है। चारों आरोपित बहेड़ी के शेखपुरा मुहल्ले के रहने वाले वाले हैं। रिजवान, नदीम, इस्लामनगर के तसलीम, देवरनियां शरीफ नगर इटौआ निवासी रईस उर्फ भूरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
15 फरवरी को श्यामगंज स्थित श्याम ट्रेडर्स के संचालक व्यापारी राधेश्याम भाटिया ने रिफाइंड तेल मंगाया था। माल भिजवाने के लिए रक्सौल बिहार के रहने वाले दिल्ली-पंजाब ट्रांसपोर्ट के संचालक अजय दुबे ने माल भिजवाया। नेपाल के जीतपुर की आरती रिफाइंड फैक्ट्री से ट्रक रिफाइंड लेकर बरेली निकला लेकिन, व्यापारी तक नहीं पहुंचा। माल न पहुंचने पर अजय दुबे, तौसीफ रजा व रईस खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। गाड़ी नंबर के आधार पर पुलिस जांच में जुटी। पता चला कि जिस गाड़ी से माल भेजा गया, वह इज्ज्तनगर के रहने वाली रईस खान की है। गाड़ी रईस के घर में खड़ी मिली। पड़ताल में सामने आया कि जिस गाड़ी से माल आया। वह बहेड़ी के शेखुपुरा मुहल्ले के रहने वाले रिजवान व इस्लामनगर के रहने वाले तसलीम की थी। रईस को फंसाने के लिए दोनों ने उसकी गाड़ी नंबर का गलत इस्तेमाल किया। अपनी ट्रक में रईस की गाड़ी नंबर की प्लेट लगाई। उसी नाम पर माल लेकर नेपाल से चले। ट्रक नेपाल से चलकर बरेली आकर बहेड़ी में रुका। यहां आरिफ नाम के व्यक्ति के हाथ आधा तेल सात लाख 40 हजार रुपये में बेचा गया। बचा आधा तेल बेंचने की भी तैयारी थी लेकिन, इससे पहले आरोपित पकड़ लिए गए। गाड़ी मालिक रिजवान, तसलीम के साथ चालक व क्लीनर बहेड़ी के मुहल्ला शेखुपुरा के नदीम व देवरनियां के शरीफनगर इटौआ के रईस उर्फ भूरा को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर इस बावत जानकारी दी।
आरोपितों के पास बरामद हुए फर्जी ब्रांड के रैपर
आरोपितों के पास से पुलिस ने फर्जी ब्रांड के 610 रैपर भी बरामद किए। यह रैपर आरोपित रिफाइंड की टीन में लगे रैपर को हटाकर लगाने की तैयारी में थे। इसके बाद इन्हें बेचा जाना था।
रईस को चाहते थे फंसाना
आरोपित रिजवान व तसलीम ने रईस का काम बढ़ता देख साझे में ट्रक खरीदा। रईस की देखा-देखी दोनों गिट्टी-मौरंग भाड़े पर लाने का काम करने लगे लेकिन, काम न चला। इधर रईस का काम बढ़ता गया। यही से दोनों आरोपित रईस से खुन्नस खाने लगे और उसे फंसाने के लिए उसकी गाड़ी नंबर की प्लेट लगाकर तेल लाए।
एक ट्रक चना भी बेच चुके हैं आरोपित
आरोपित तसलीम व रिजवान पेशेवर हैं। यह गैंग गाड़ियों के फर्जी कागजात तथा नंबर प्लेट तैयार कर उनका प्रयोग करके घटनाओं को अंजाम देता है। पुलिस के मुताबिक, आरोपित इससे पहले कानपुर से एक गाड़ी चना लेकर चले थे और पूरा माल बेंच दिया। इस मामले की पड़ताल में भी पुलिस जुट गई है। कानपुर पुलिस से संपर्क साधा गया है।
माल खरीदने वाले को बख्शा
इस पूरे मामले में पुलिस ने भले ही आरोपितों को पकड़ने के साथ माल बरामद कर लिया है लेकिन, जिस व्यक्ति ने रिफाइंड खरीदा पुलिस ने उसे बख्श दिया। तेल खरीदने वाले आरिफ के तार समाजवादी पार्टी से जुड़े बताए जाते हैं।