Move to Jagran APP

Badaun News: गांव में एकलौता सामान्‍य वर्ग का परिवार, फिर भी बने प्रधान, विपक्षी दर्ज करा रहे एससी-एसटी के मुकदमे

उघैती थाना क्षेत्र के गांव बरवारा के प्रधान संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उनके परिवार में 11 सदस्य हैं। इसके अलावा उनके गांव की पूरी आबादी अनुसूचित जाति की है। इसके बाद भी वह गांव के प्रधान निर्वाचित हुए हैं।

By Vivek BajpaiEdited By: Published: Sun, 29 May 2022 04:37 PM (IST)Updated: Sun, 29 May 2022 04:37 PM (IST)
Badaun News: गांव में एकलौता सामान्‍य वर्ग का परिवार, फिर भी बने प्रधान, विपक्षी दर्ज करा रहे एससी-एसटी के मुकदमे
पीड़‍ित ग्राम प्रधान ने एसएसपी शिकायत की है।

बदायूं, जेएनएन। एससी-एसटी एक्ट के दुरुपयोग का एक और मामला सामने आया है। इसमें उघैती थाना क्षेत्र के गांव बरवारा के वर्तमान प्रधान संतोष कुमार सिंह ने बताया उनका गांव में सामान्य वर्ग का इकलौता परिवार है। उनके परिवार के अलावा गांव में सभी अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं। इसके बाद भी इस प्रधानी के चुनाव भी उन्होंने चुनाव जीत लिया। गांव के कुछ लोग उनके परिवार के लोगों के पीछे पड़े हैं। वह आए दिन उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते रहते हैं। सभी मुकदमे एससी एसटी एक्ट के ही दर्ज कराए गए हैं। उन्होंने एसएसपी से मामले की जांच कराने और न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।

loksabha election banner

उघैती थाना क्षेत्र के गांव बरवारा के प्रधान संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उनके परिवार में 11 सदस्य हैं। इसके अलावा उनके गांव की पूरी आबादी अनुसूचित जाति की है। इसके बाद भी वह गांव के प्रधान निर्वाचित हुए हैं। आरोप लगाया कि उनके गांव के ही सात लोग बदमाश और षड़यंत्रकारी किस्म के हैं। वह आए दिन किसी न किसी बात को तूल देकर उसके परिवार से झगड़ा करने को अमादा रहते हैं। इसके बाद वह एससी-एसटी एक्ट का मामला बनाकर पुलिस को तहरीर दे देते हैं। पुलिस अगर मुकदमा दर्ज नहीं करती तो वह कोर्ट का सहारा लेकर मुकदमा दर्ज करा देते हैं। बताया कि गांव के यह सातों लोग मिलकर अब तक उनके खिलाफ छह मुकदमे दर्ज करा चुके हैं। इसके अलावा इसी तरह के मामले उठाकर उनके परिवार के ताऊ व चाचा को परेशान करते रहे। इसके चलते ही वह लोग गांव छोड़कर चले गए।

संतोष सिंह पत्नी ने रोते हुए बताया कि वह इतनी परेशान है कि अपने बच्चों तक को बाहर खेलने को नहीं भेजतीं। डर लगा रहता है कि कहीं किसी बात पर विवाद न हो जाए और फिर से एक मुकदमा तैयार हो जाए। संतोष सिंह ने बतासयसा कि उनके खिलाफ वर्ष 2006 में एससी एसटी एक्ट और मारपीट, 2014 एससी एसटी एक्ट और मारपीट, 2018 में मारपीट, दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट और एससी एसटी एक्ट, 2020 दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट और एससी एसटी एक्ट, 2021 में मारपीट और एससी एसटी एक्ट व 2022 मई में मारपीट, एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया गया। बताया कि इनमें से चार मामलों में यह लोग करीब दस लाख रुपये लेकर समझौता भी कर चुके हैं। एसएसपी ने संतोष सिंह को भरोसा दिया कि जांच कराकर मामले में कार्रवाई की जाएगी।

किसान सम्मान निधि ले रहा बनवारी, डीएम से शिकायत: एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग कर मुकदमा दर्ज कराने वाला उघैती के गांव रतनपुर का बनवारी फिलहाल तो जेल में है। लेकिन शुक्रवार को पता चला कि वह किसान सम्मान निधि का लाभ भी ले रहा था। जबकि उसके पास न कोई जमीन है न उसके परिवार में किसी के पास कोई भूमि है। इसके बाद भी उसका नाम किसान सम्मान निधि पाने वालों की सूची में दर्ज है। वह करीब तीन साल से किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहा है। इस मामले की शिकायत डीएम से की गई है।

एसएसपी डा. ओपी सिंह ने बताया कि उघैती के गांव बरवारा के प्रधान की ओर से मिली शिकायत में जांच कराई जा रही है। किसी को नाजायज परेशान नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों की विवेचना और मुकदमा दर्ज किए जाने से पहले बारीकी से जांच की जाएगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.