कमलेश तिवारी हत्याकांड : शाहजहांपुर में दिखे हिंदूवादी नेता के हत्यारे, स्टेशन रोड पर होटल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में हुए कैद Shahajahanpur News
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के हत्यारे शाहजहांपुर आए थे। दोनों हत्यारे बीती रात शहर में स्टेशन रोड पर घूमते दिखे हैं। एक होटल के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज में दोनों कैद हो गए।
जेएनएन, शाहजहांपुर : लखनऊ में हिंदूूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के दोनों आरोपित शाहजहांपुर आए थे। दोनों हत्यारे शहर में स्टेशन रोड पर घूमते दिखे हैं। एक होटल के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज में दोनों कैद भी हुए है। दोनों की लोकेशन ट्रेस होने के बाद एसटीएफ की टीम ने शाहजहांपुर में डेरा जमा लिया है। बताया जा रहा है हत्यारे इनोवा बुक करके पलिया से होते हुए नेपाल भागने की फिराक में थे। हालांकि, बाद में हत्यारों ने रोडवेज के पास कार छोड़ दी। एसटीएफ ने होटल से सीसीटीवी फुटेज निकलवा ली है। एसटीएफ दोनों से जुड़ी जानकारी हासिल कर रही है। कार ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के दोनों हत्यारे शाहजहांपुर आए थे। वह स्टेशन रोड स्थित एक होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। उन्होंने शहर से ही एक इनोवा गाड़ी पलिया तक के लिए बुक की, लेकिन बाद में उसे रोडवेज के पास छोड़ दिया। उसके बाद स्टेशन की ओर गए, मगर कुछ देर बाद ही वापस हो गए। रात करीब 12 बजे दोनों फुटेज में कैद हुए हैं। दोनों की लोकेशन ट्रेस होने के बाद रात में ही यहां पर एसटीएफ पहुंच गई थी। हालांकि, दोनों का पता नहीं चला। जो फुटेज देखे गए हैं उनमें दोनों पैदल स्टेशन रोड से रोडवेज की ओर जाते हुए नजर आ रहे हैं। एसटीएफ ने इनोवा चालक को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति की गाड़ी है वह पलिया में रहता है और उससे किसी ने गुजरात से फोन करके गाड़ी को किराये पर देने के लिए कहा था। एसटीएफ दोनों हत्यारों की तलाश में शहर में संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है।
पीलीभीत के मूल निवासी हैं हत्या आरोपित
अब की जांच-पड़ताल में सामने आया है कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में शामिल दोनों हत्यारोपित पीलीभीत के मूल निवासी हैं। कई साल पहले आरोपितों के परिवार वाले गुजरात के सूरत में जाकर बस गए थे। पीलीभीत कनेक्शन सामने आने के बाद आरोपितों के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मददगार होने की पुष्टि हो गई है। माना जा रहा है कि आरोपितों ने बरेली आने के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अपना मोबाइल फोन किसी अन्य साथी को दे दिया होगा। इसके बाद दोनों बरेली से पीलीभीत के रास्ते नेपाल जाने की तैयारी में होंगे। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है।
हत्या के बाद शुक्रवार रात आए थे बरेली
शुक्रवार को लखनऊ में हिंदूूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद दोनों आरोपित वहां से भागकर बरेली आए थे। बरेली में दोनों हत्यारोपित करीब दस घंटे तक रुके। माना जा रहा है कि यहां दोनों के मददगार हैं, जिनके पास वे इतने वक्त तक रहे। एसटीएफ को उनके यहां से कुछ कनेक्शन भी मिले हैं। जांच में लगी टीमों की मानें तो दोनों शुक्रवार रात करीब नौ बजे शहर पहुंचे थे। शनिवार सुबह करीब सात बजे एक बार फिर दोनों की लोकेशन बरेली जंक्शन के आसपास मिलना बताई जा रही। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने बताया कि हत्यारोपितों की लोकेशन शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक मिली थी। वे दोनों कहां रुके, इस बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। उनके लिंक तलाशे जा रहे हैं।