सार्वजनिक कॉलोनियों के गेट बंद करने का मामला गरमाया, एडीएम सिटी ने शुरू की जांच
मॉडल टाउन में संजय पेट्रोल पंप तिराहे की तरफ से बंद गेट पर शुरू हुई जांच के लिए डॉ. दिवाकर चौबे अपना पक्ष रखने के लिए एडीएम सिटी के दफ्तर पहुंचेंगे।
बरेली, जेएनएन। सार्वजनिक कॉलोनियों के गेट बंद करने का मामला अब एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह तक पहुंच चुका है। मंगलवार को मॉडल टाउन में संजय पेट्रोल पंप तिराहे की तरफ से बंद गेट पर शुरू हुई जांच के लिए डॉ. दिवाकर चौबे अपना पक्ष रखने के लिए एडीएम सिटी के दफ्तर पहुंचेंगे। इसके बाद एडीएम खुद मौका मुआयना करके देखेंगे कि सार्वजनिक रास्ते पर आखिर किस आधार पर अवरोध लगाया गया है।
नोडल अधिकारी नवनीत सहगल से मुलाकात करके मॉडल टाउन निवासी डॉ. दिवाकर चौबे ने अवगत कराया था कि संक्रमण के समय संदिग्धों को कॉलोनी के अंदर प्रवेश नहीं देने के लिए सभी गेट बंद करवाए गए थे। सुरक्षा के लिए लिहाज से यह सही था। लेकिन समय अंतराल पर सभी गेट खुल गए।
यहां संजयनगर तिराहा की तरफ लगा गेट नहीं खोला गया। पहले उन्हें लगा कि रास्ता ब्लॉक करके यह पार्किंग बनाने का मामला है, लेकिन धीरे-धीरे इसी रास्ते पर रहने वाले कुछ कारोबारी दूसरी तरफ से अपनी गाडिय़ों को लाकर माल लोड-अनलोड करने लगे।
इस तरह से इन गाडिय़ों से ही पूरा रास्ता बंद होने लगा। डॉक्टर दिवाकर जैसे अन्य बाङ्क्षशदों ने गेट बंद किए जाने पर जब आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने नोडल अधिकारी से मामले की शिकायत की।
नोडल अधिकारी ने एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह को पूरे मामले में छानबीन करने के बाद उचित कार्रवाई के लिए कहा था। उनका कहना था कि नियमानुसार कोई सार्वजनिक रास्ता बंद नहीं किया जा सकता है। वहां से गुजरने वालों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। ऐसा होना गलत है।
नोडल अधिकारी के कहने पर मैं इस मामले की जांच कर रहा हूं। डॉक्टर हमारे सामने पूरा पक्ष रखेंगे। इसके बाद भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। सार्वजनिक रास्ता बंद किया जाना मिलेगा तो बेशक गेट खुलवाया जाएगा।
- महेंद्र कुमार ङ्क्षसह, एडीएम सिटी