बरेली में यूपी के इस राज्यमंत्री की दुर्गंध से 'अटकी' सांसे, जानिए क्या है मामला
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री के निरीक्षण से पूर्व जिला अस्पताल में खूब तैयारियां की गई। बावजूद इसके जिम्मेदार खामियों को छिपा नहीं सके।
बरेली, जेएनएन। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री के निरीक्षण से पूर्व जिला अस्पताल में खूब तैयारियां की गई। बावजूद इसके जिम्मेदार खामियों को छिपा नहीं सके। निरीक्षण के दौरान मंत्री मरीजों से मिलने के लिए वार्डों का पता पूछते रहे। पहले जिम्मेदारों ने काफी टालमटोल की। मंत्री नहीं माने तो अधिकारियों को उन्हें वार्ड में ले जाना पड़ा। महिला वार्ड के शौचालय का ताला खुलवाया तो दुर्गंध से उनकी सांसे अटक गई। किसी तरह खुद को संयत करते हुए जिम्मेदारों को फटकार लगाई।
खराब लिफ्ट को भी ठीक कराने के निर्देश दिए। एक दिन पूर्व रामपुर, पीलीभीत के निरीक्षण के बाद मंत्री ने शुक्रवार को बरेली जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इमरजेंसी वार्ड में पहुंचकर भर्ती मरीजों का रजिस्टर देखा। रजिस्टर में मरीजों के मोबाइल नंबर दर्ज नहीं होने पर हुए इसे अनिवार्य रूप से लिखने को कहा। मरीजों से बात कर व्यवस्था की जानकारी ली।
सामान्य वार्ड में मिला टीबी का मरीज, मांगी रिपोर्ट: ऊपर बने पुरुष वार्ड में सात मरीज भर्ती थे। बात करने पर पता चला कि उनमें से एक मरीज टीबी का है। तत्काल चिकित्सा को बुलाकर इसकीवजह पूछी तो वह उचित जवाब न दे सके। इस पर मंत्री ने सीएमओ डॉ. विनीत कुमार शुक्ला से लिखित रिपोर्ट मांगी। यहां से मंत्री महिला वार्ड पहुंचे तो प्रभारी सीएमएस डॉ. शशि गुप्ता टीम के मौजूद थीं। उन्होंने मंत्री के हाथ सैनिटाइजर कराए। प्रसूताओं के वार्ड में पहुंचकर सभी 40 प्रसूताओं से मंत्री ने बात की। उनके बच्चों को आशीर्वाद देते हुए सौ-सौ रुपये भी दिए।
कोरोना के चलते यहां अन्य व्यवस्था की स्थिति देखी है। सभी स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू चल रही हैं। कुछ खामियां थी, उस पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी से जबाव तलब किया गया है।-अतुल गर्ग, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री