आतंकी संगठन इस्लाम से खारिज
उलमा ने आतंकी संगठनों के खिलाफ फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया। उनसे संबंध रखने को नाजायज और हराम करार दिया।
बरेली। उलमा ने आतंकी संगठनों के खिलाफ फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया। उनसे संबंध रखने को नाजायज और हराम करार दिया। इन्हें इस्लाम को बदनाम करने वाला भी बताया है।
दरगाह आला हजरत से जुडे़ संगठन तंजीम उलमा ए इस्लाम के जनरल सेक्रेटरी मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बुधवार दोपहर दरगाह स्थित नूरी मेहमानखाना में प्रेस कान्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान अमन पसंद और जम्हूरी मुल्क है। मुसलमानों को धार्मिक आजादी हासिल है। ऐसे में यहा जिहाद की जरूरत नहीं है। फिर भी आतंकी संगठन नौजवानों को बरगला रहे हैं। जो गलत है। इस्लाम को बदनाम किया जा रहा है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि नौजवानों को भटकने से रोकें। शहाबुद्दीन ने कहा कि कुरान व हदीस की रोशनी में यह साफ है कि जिहाद के नाम पर बने अलकायदा, आइएसआइएस, तालिबान, बोकोहराम, लश्कर ए तय्यबा और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे संगठन इस्लाम के खिलाफ काम कर रहे हैं। यह तनजीमें बूढ़े, बच्चे और औरतों को निशाना बनाए हुए हैं और बेकसूरों का कत्ल कर रही हैं। इस्लाम इस तरह की जंग, जिहाद व कत्ल के हमेशा खिलाफ रहा और हमेशा अमन का पैगाम दिया है। इन संगठनों के प्रति नौजवानों के आकर्षण पर स्वत: संज्ञान लेते हुए यह फतवा जारी किया गया। फतवे पर चौदह राज्यों के मुफ्तियों की सहमति की बात भी कही। ऐसे संगठनों के खिलाफ नौजवानों को जागरूक करने के लिए जल्द ही पूरे मुल्क में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। कान्फ्रेंस में नाजिम बेग, मौलाना ताहिर फरीदी, सैयद शाबान अली भी मौजूद रहे।