सर्दी में बच्चों का रखें विशेष ध्यान, बच्चों के लिए खतरनाक है प्रदूषण
जिले में ठंड के साथ बढ़ते प्रदूषण का असर बच्चों पर दिखाई देने लगा है। बीते पांच दिनों से बच्चों के बाल रोग विशेषज्ञों के पास बच्चों की भीड़ यही इशारा कर रही है। बच्चों में सर्दी जुकाम खांसी और सिरदर्द की बीमारी बढ़ती बताई जा रही है
बरेली, जेएनएन। जिले में ठंड के साथ बढ़ते प्रदूषण का असर बच्चों पर दिखाई देने लगा है। बीते पांच दिनों से बच्चों के बाल रोग विशेषज्ञों के पास बच्चों की भीड़ यही इशारा कर रही है। बच्चों में सर्दी, जुकाम, खांसी और सिरदर्द की बीमारी बढ़ती बताई जा रही है। इन्हीं पांच से सात दिनों में शहर का एक्यूआई भी 300 से अधिक होना शुरू हुआ है।
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. कामेंद्र ने बतया कि बच्चों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है। इसलिए उनकी सेहत पर प्रदूषण का असर अधिक रहता है। सर्दी और प्रदूषण की वजह से बच्चों के सिर व सीने में दर्द, सर्दी-जुकाम, कफ और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों की सेहत पर प्रदूषण का प्रभाव तेजी से होता है। इसलिए इससे बचाव बेहद जरूरी है। बताया कि इस समय ओपीडी में 50 से 60 बच्चे रोजाना आ रहे हैं जिसमें 15 से 20 ऐसी बीमारियों से ग्रसित हैं। बताया कि सुबह-शाम की ठंड शुरू हो गई है, ऐसे में बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में बाल रोग विशेषज्ञें के पास बीमार बच्चों को लेकर अभिभाव पहुंच रहे हैं।
बच्चों में बढ़ रही श्वस्न संबंधित बीमारियां
श्वसन प्रणाली से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। बड़ी बात यह कि इनमें बच्चों की संख्या भी बढ़ी है। शहर से लेकर गांव तक के बच्चों में श्वसन संबंधी तमाम समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। कम उम्र के बच्चों में ही अस्थमा, न्यूमोनिया, इंफ्ल्यूएंजा, स्लीप एप्निया, टीबी और कैंसर जैसी घातक बीमारियां घेर रहीं हैं।
बचाव के उपाय
- खान-पान में करें बदलाव
- बच्चों की डाइट में विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं। आंवला, संतरा, नींबू आदि का सेवन करें।
- अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें
- ज्यादा प्रदूषण वाली जगह पर बच्चों को जाने से रोकें
- खाने में लहसुन और अदरख का इस्तेमाल करें।
- बच्चों की करें देखभाल
- जरूरी हो तभी बच्चों को घर से बाहर जाने दें।
- इनडोर गेम खेलने की सलाह दें।
- बाहर जाने पर मास्क का जरूर इस्तेमाल करें।