क्यों चौड़ी कराने चाहते हैं सड़क, जांच करेगी टीएसी
शहर की सबसे चौड़ी सड़क के चौड़ीकरण को 4.5 करोड़ का टेंडर करने में नगर निगम फंस गया है।
जागरण संवाददाता, बरेली : शहर की सबसे चौड़ी सड़क के चौड़ीकरण को 4.5 करोड़ का टेंडर करने में नगर निगम फंस गया है। मुख्यमंत्री के पोर्टल पर हुई शिकायत के बाद कमिश्नर ने मामले की जांच को टेक्निकल ऑडिट सेल (टीएसी) गठित कर दी है। टीएसी सड़क को चौड़ी करने की उपयोगिता की जांच करेगी। जांच पूरी होने तक उस पर काम शुरू नहीं किया जा सकेगा। टीएसी के गठन होने के बाद नगर निगम में खलबली मच गई है।
सीएम पोर्टल पर की थी शिकायत
लोको शेड निवासी सत्यवीर सिंह ने राजेंद्र नगर में शहीद पंकज अरोरा स्मारक से शील अस्पताल चौराहे तक सड़क को आदर्श सड़क बनाने के लिए 4.5 करोड़ रुपये का टेंडर किए जाने की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की थी। आरोप था कि शहर की सबसे बड़ी सड़क को चौड़ी करने के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किए जाने की तैयारी की गई। गाजियाबाद की एक फर्म के नाम अनुबंध हो चुका है। सड़क ट्रैफिक बेहद कम है। वहां चौड़ीकरण की कोई आवश्यकता नहीं है। फिर तीन साल पहले 60 लाख में सड़क का चौड़ीकरण हो चुका है।
मॉल को लाभ देने का आरोप
आरोप लगाया कि इसी रोड पर प्रस्तावित एक मॉल को लाभ देने का प्रयास किया जा रहा है। बिल्डर के पास मॉल बनाने में पार्किग की जगह पर्याप्त नहीं है। सड़क चौड़ी होते ही उसका एफएआर (फ्लो एरिया रेशियो) बढ़ जाएगा। फिर वहां निगम पार्किग का ठेका नीलाम करेगा।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
सड़क पहले से चौड़ी, फिर चौड़ीकरण क्यों
- ट्रैफिक न के बराबर, नहीं लगता जाम
- पोल हटाने की जरूरत
- प्रस्तावित मॉल को लाभ देने का प्रयास
- क्या बिल्डर ने भूखंड क्रय किया
- क्या प्रस्तावित मॉल का नक्शा बीडीए द्वारा स्वीकृत है।
- क्या अन्य जगह सड़क चौड़ीकरण की अधिक जरूरत है।