1474 करोड़ रुपये किसानों का दबाएं हैं मिलें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का जो वादा किया था।
जागरण संवाददाता, बरेली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का जो वादा किया था, उसे पूरा करने के लिए किसानों ने भरपूर मेहनत की लेकिन सरकारी मशीनरी की मनमानी और भ्रष्टाचार ने उसे पूरा नहीं होने दिया। बड़ी हैरानी की बात है लेकिन यह सच भी है कि मंडल में रिकार्ड उत्पादन करने वाला गन्ना किसान बर्बाद होकर रह गया। अब जब खुद प्रधानमंत्री मोदी मंडल में सर्वाधिक गन्ना उत्पादन करने वाले जिले शाहजहांपुर में आज आ रहे हैं तो इस पर बात होना जरूरी है कि मंडल में रिकार्ड उत्पादन करने वाले किसान आखिर क्यों बर्बाद हो गये।
गन्ना शोध परिषद की उन्नतशील गन्ना प्रजातियों ने मंडल में प्रति हेक्टेयर गन्ना पैदावार को करीब डेढ़ गुना कर दिया लेकिन गन्ना विभाग के अधिकारियों ने किसानों को सट्टा पर्ची वितरण कराने में चीनी मिल से सामंजस्य नहीं बैठा पाया, जिससे किसान अपना गन्ना खुले बाजार में बेचने और खेत में जलाने को भी मजबूर हुआ। आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो विभागीय अधिकारियों की पीठ ठोंकी जा सकती है, क्योंकि बीते पेराई सत्र की तुलना में इस बार पेराई करीब डेढ़ गुनी हुई है। मंडल के करीब छह लाख गन्ना किसानों ने दो हजार लाख कुंतल से अधिक गन्ने की पैदावार की। अब भी किसानों का करीब 1474 करोड़ रुपये बकाया है। मिल प्रशासन चीनी के रेट गिरने की बात कहकर किसानों का भुगतान दबाये बैठा है। यह स्थिति उत्पादन की है लेकिन किसानों का गन्ना समय से न खरीदे जाने से तमाम किसान तो पहले ही बर्बाद हो चुके हैं। गन्ना पेराई (2016-17) वर्ष (2017-18)
बरेली 266.73 404.14
पीलीभीत 262.67 391.30
शाहजहांपुर 272.45 425.05
बदायूं 49.59 86.60
कुल 851.44 1307.09
नोट : गन्ना पेराई के आंकड़े लाख कुंतल में दिये गये हैं। फैक्ट फाइल
मंडल में वर्ष 2016-17 के आकड़े
गन्ना किसान 358300 किसान
गन्ना उत्पादन क्षेत्र 2.26 लाख हेक्टेयर
गन्ना उत्पादन 1446 लाख कुंतल
गन्ना पेराई 651.44 लाख कुंतल
चीनी उत्पादन 89.15 लाख कुंतल
चीनी परता 10.47 प्रतिशत मंडल में वर्ष 2017-18 के अंाकड़े
गन्ना किसान 428200 किसान
गन्ना उत्पादन क्षेत्र 2.86 लाख हेक्टेयर
गन्ना उत्पादन 2033 लाख कुंतल
गन्ना पेराई 1307.09 लाख कुंतल
चीनी उत्पादन 138.50 लाख कुंतल
चीनी परता 10.60 प्रतिशत नोट: यह सरकारी केंद्रों पर गन्ना सप्लाई करने वाले किसानों की संख्या
जिले का नाम बकाया मूल्य
बरेली 416.6 करोड़
पीलीभीत 441.2 करोड़
शाहजहांपुर 459.1 करोड़
बदायूं 157.3 करोड़
कुल 1474.2 करोड़
नोट आंकड़े अनुमानित हैं।