पुलिस के सामने ही दो पक्षों में चले लाठी डंडे, दारोगा से हुई धक्का-मुक्की
खेत में पशु घुस जाने पर शनिवार को दो पक्षों में विवाद हो गया था। डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों के बीच पुलिस के सामने ही लाठी-डंडे चलने लगे। इस पर थाने को सूचना दी गई ।
बदायूं, जेएनएन। खेत में पशु घुस जाने पर शनिवार को दो पक्षों में विवाद हो गया था। डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों के बीच पुलिस के सामने ही लाठी-डंडे चलने लगे। इस पर थाने को सूचना दी गई । थाने से जब पुलिस पहुंची तो रिटायर्ड दारोगा व ग्रामीणों ने एक दारोगा के साथ धक्का-मुक्की भी की। घंटों चले हंगामे की भनक कलान पुलिस ने अफसरों तक को नहीं लगने दी। बाद में किरकिरी से बचने के लिए गांव में ही मामला निपटाते हुए महज शांतिभंग में दोनों पक्षों का चालान कर दिया गया।
गांव विक्रमपुर में एक ग्रामीण के पड़ोसी के खेत में पशु चले गए थे। जिस वजह से दोनों पक्षों में विवाद होने लगा था। एक पक्ष ने डायल 112 को बुला लिया। पुलिस ने जब दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया तो मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस के सामने ही दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चलने लगे। एक पक्ष ने पुलिस से भी अभद्रता की। इसके बाद थाने से पुलिस मौके पर भेजी गई। इस बीच एक रिटायर्ड दारोगा वहां पहुंच गया। उसने आपसी विवाद बताकर पुलिस को जाने को कहा। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की बात कही। जिससे रिटायर्ड दारोगा की पुलिस से नोकझोंक होने लगी। इसी बीच पुलिस टीम में शामिल एक दारोगा के साथ ग्रामीणों ने धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि मारपीट भी की गई। करीब दो घंटे चले हंगामे के बाद पुलिस खुद ही नरम पड़ गई। इसके बाद दोनों पक्षों से एक-एक ग्रामीण का शांतिभंग में चालान कर अपना पल्ला झाड़ लिया।
वर्जन
दो पक्षों में महज मारपीट हुई थी। पुलिस के साथ अभद्रता करने की बात गलत है। दोनों पक्ष का शांतिभंग में चालान किया गया है।
दिलीप कुमार भदौरिया, थानाध्यक्ष
मामला संज्ञान में नहीं है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एस आनंद, एसपी