दुष्कर्म पीड़िता बोली, एसएसआइ कसते हैं फब्तियां
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम दावे करने वाली पुलिस ही सही व्यवहार नहीं कर रही है।
बरेली: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम दावे करने वाली पुलिस ही सही व्यवहार नहीं कर रही है। दुष्कर्म पीड़िता पर एसआइ द्वारा की गई शर्मनाक टिप्पणी का मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को अन्य दुष्कर्म पीड़िता ने एसएसआइ पर फब्तियां कसने का आरोप लगाया। पीड़िता ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को पत्र भेजा।
एक महिला कर्मचारी ने कुछ दिन पहले चेयरमैन पति समेत आठ लोगों पर दुष्कर्म का मुकदमा कायम कराया था। पुलिस ने युवती के कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद आगे की कार्रवाई नहीं की। गुरुवार को मेनका गांधी के ओएसडी आनंद लाल चौधरी को पहुंचकर दर्द बताया। आरोप लगाया कि ऊंचे रसूख के चलते पुलिस किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर रही है। थाने में फरियाद लेकर जाने पर एसएसआइ आपत्तिजनक फब्तियां कसते हैं। कहते हैं कि मुख्यमंत्री के दरबार में चली जा पर तेरा केस अब आगे नहीं बढ़ेगा। ओएसडी ने पीड़िता को आश्वासन दिया कि केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को अवगत कराने के बाद सारे प्रकरण को महिला आयोग को भेजेंगे। इनसेट
मुख्यमंत्री के दरबार में करूंगी खुदकशी
पीड़िता ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को लिखे पत्र में यह भी धमकी दी है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला और आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया। वह लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री के दरबार में खुदकशी कर लेंगी। वर्जन
पीड़िता सोमवार को आई थी। कह रही थी एसएसआई मुझे गाली देते हैं। मैंने उससे पूछा कि एसएसआइ को पहचानती हो तो मुझे ही बोली कि उनका नाम अनिल ¨सह है। वह मुझे पहचानती भी नहीं है। अगर मैंने कुछ किया होता तो वह मुझे पहचान लेती।
अनिल ¨सह, एसएसआइ बहेड़ी
इनसेट
एसआइ का विवादित वीडियो आया सामने
थाने में फरियाद लेकर गई एक सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता पर विवादित बयान देने वाला वीडियो सामने आ गया है। एसआई गुरुदेव ¨सह ने विवादित बयान दिया था कि लड़कों की हिम्मत नहीं है, अगर लड़कियां कुछ न करें। ऐसा कहकर शिकायत करने वाली पीड़िता को ही आरोपित बनाने की कोशिश की थी। मामला मीडिया में आया तो एसआइ ने ऐसे आरोपों को झूठा बताया था। शुक्रवार को इससे संबंधित वीडियो सामने आया है। इसमें एसआइ के झूठ का पर्दाफाश हो गया है।