इलाज के नाम पर सरकारी मदद हड़प गया सिपाही
जागरण संवाददाता, बरेली : क्राइम ब्रांच के एक पूर्व सिपाही ने इलाज के नाम पर सरकारी मदद हड़प ली। निजी
जागरण संवाददाता, बरेली : क्राइम ब्रांच के एक पूर्व सिपाही ने इलाज के नाम पर सरकारी मदद हड़प ली। निजी अस्पताल से इलाज कराया और 40 हजार का बिल उधार कर लखनऊ पोस्टिंग करा ली। अस्पताल प्रशासन ने आरोपित सिपाही के खिलाफ अधिकारियों को तहरीर दी तो जांच में पूरा मामला खुल गया।
मामला दिसंबर 2016 का है। पुलिस लाइन में रहने वाला सिपाही रवींद्र सिंह क्राइम ब्रांच में तैनात था। नौ दिसंबर की रात वह सुभाषनगर में संजय कालिया के घर रुका। वहां उसकी पत्नी अकेली थी। देर रात संजय अपने भाई राम के साथ घर पहुंचा तो सिपाही को वहां देखकर आक्रोशित हो उठा। आरोप है कि संजय ने सिपाही के पेट में गोली मार दी थी। घायल सिपाही भाग निकला और कुछ दूरी पर खड़ी क्राइम ब्रांच की गाड़ी के पास बेहोश पड़ा मिला था। एक परिचित ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। उसके इलाज का करीब 80 हजार का बिल बना था। सिपाही ने उस वक्त आधी रकम दी थी जबकि बाकी के 40 हजार रुपये सरकारी मदद मिलने पर देने की बात कही थी। इसके बाद सिपाही ने पुलिस लाइन का घर खाली कर अपनी पोस्टिंग लखनऊ करा ली। उधर, अस्पताल के मैनेजर उसकी तलाश करते रहे। जब वह नहीं मिला तो मंगलवार को अस्पताल मैनेजर ने एसपी क्राइम से शिकायत की। जांच के दौरान पता चला कि सिपाही ने अस्पताल का बिल चुकाने के लिए सरकारी मदद ली थी, उसे हड़प गया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को शातिर सिपाही के खिलाफ कार्रवाई का अश्वासन दिया है।
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शिकायत आई है। जांच कराई जा रही है कि सिपाही ने रकम अस्पताल को क्यों नहीं दी। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। - रमेश कुमार भरतीय, एसपी क्राइम