Shahjahanpur Crime News : शाहजहांपुर में जागरण पार्टी संचालक की मौत, हत्या का आरोप
Shahjahanpur Murder News जागरण पार्टी संचालक की शाहजहांपुर में मौत हो गई। उसके शरीर पर चोट के निशान मिले है। कमरे में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जबकि स्वजन ने पड़ोस के ही जागरण पार्टी के संचालक पर हत्या करने का आरोप लगया है।
बरेली, जेएनएन। Shahjahanpur Murder News : जागरण पार्टी संचालक की शाहजहांपुर में मौत हो गई। उसके शरीर पर चोट के निशान मिले है। कमरे में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जबकि स्वजन ने पड़ोस के ही जागरण पार्टी के संचालक पर हत्या कर शव फंदे पर लटकाने का आरोप लगया है। आरोपित को गिरफ्तार कराने की मांग को लेकर स्वजन ने लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने का भी प्रयास किया। पुलिस से धक्का मुक्की भी हुई। एएसपी सिटी संजय कुमार व सीओ सिटी प्रवीण कुमार ने स्वजन को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
शहर के चौक कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम कालोनी निवासी अनुराग शुक्ला जागरण पार्टी के संचालक थे। शुक्रवार देर रात उनकी कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कुछ देर बाद बहन निशा शुक्ला जब भाई की तलाश करते हुए कमरे में पहुंची तो उनका शव कमरे में साड़ी के फंदे से पंखे में लटका मिला। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। शरीर में कई जगह चोट के निशान मिलने की वजह से स्वजन ने कालोनी के ही जागरण पार्टी के संचालक संदीप शक्ति पर हत्या कर शव फंदे पर लटकाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही। शनिवार दोपहर बाद जब पोस्टमार्टम हुआ तो उसमे हैंगिंग से मौत होने की पुष्टि हुई। ऐसे में पुलिस कार्रवाई के नाम पर ढीली पड़ गई। स्वजन जब शव लेकर घर जा रहे थे तो उन्होंने पुलिस पर आरोपित को बचाने का आरोप लगाते हुए लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने जाम लगाने से रोक दिया। स्वजन ने धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। इस बीच सदर, रामचंद्र मिशन थाने की फोर्स व एएसपी सिटी संजय कुमार, सीओ सिटी प्रवीण कुमार, सीओ सदर अरविंद कुमार भी मौके पर पहुंच गई। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद अधिकारियों ने आरोपित के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कराकर अनुराग के स्वजन को शांत कराया।
कटरा में रहते है माता-पिता
पिता संतराम शुक्ला मीरानपुर कटरा में एक मंदिर पर पुजारी है। वह पत्नी अनीता शुक्ला के साथ वहीं रहते है। जबकि अनुराग अपने भाई आदित्य, अभिषेक व बहन निशा के साथ कांशीराम कालोनी में रते थे।
चार दिन पहले हुआ था विवाद
बहन निशा ने बताया कि जागरण पार्टी को लेकर संदीप भाई से कम्पटीशन मान रहा था। जिस वजह से आये दिन विवाद करने लगता था। चार दिन पहले भी विवाद हुआ था। लेकिन अजीजगंज पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय समझौता करा दिया।
विवाद के बाद कराया था दाखिल-खारिज
अनुराग ने विवाद के बाद संदीप से खुद व परिवार को खतरा होने की आशंका जताई थी। ऐसे में चार दिन पहले ही उन्होंने कलक्ट्रेट में दाखिल-खारिज करा दिया था।
हर जन्म में आप जैसे स्वजन मिले
पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है। उसमे लिखा है कि मम्मी-पापा माफ कर देना। आपके सपनों को हम पूरा नहीं कर सके। आप लोगों ने मेरी वजह से इतना दुख झेला लेकिन बदले में हमने कुछ नहीं दिया। पत्र में अगले जन्म मे भी ईश्वर से ऐसा ही परिवार मिलने की कामना की है।
तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जो सच्चाई होगी उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। संजय कुमार, एएसपी सिटी