जहर से नहीं, डूबने से हुई थी तीनों बहनों की मौत
बरेली (जेएनएन)। डेढ़ साल बाद का सच सामने आया है। तीनों बहनों की मौत जहर देकर नहीं हुई बल्कि न
बरेली (जेएनएन)। डेढ़ साल बाद का सच सामने आया है। तीनों बहनों की मौत जहर देकर नहीं हुई बल्कि नदी में डूबने से हुई थी। लखनऊ की लैब से आई बिसरा रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई। हालाकि इस मामले में अभी राजू की बिसरा रिपोर्ट आना बाकी है, उसके बाद ही विवेचना की दिशा तय हो सकेगी।
यह सवाल अभी भी बाकी है कि एक साथ तीनों बहनें नदी तक कैसे पहुंचीं। 127 अगस्त 2016 को मीरगंज के सैंजना गाव निवासी बेनी राम की 13 साल की बेटी पिंकी व महेंद्र की 15 साल की बेटी प्रीति, वीरपाल की 14 साल की बेटी शारदा शौच के लिए घर से निकलीं थीं। तीन दिन बाद उनकी लाशें गाव से कुछ दूरी पर नदी में मिली थीं। परिजनों ने गाव के ही राजू शर्मा पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया था जोकि घटना वाले दिन से लापता था। तीन दिन बाद राजू की भी जंगल में लाश मिल गई। उस वक्त पुलिस मान रही थी कि किसी एक बहन को डूबने से बचाने के लिए एक-एक कर दोनों बहनें नदी में कूदीं और फिर सभी डूब गईं। लेकिन परिजनों का आरोप था कि राजू ने तीनों को जहर देकर मारा है। पुलिस इस मामले में उलझकर रह गई थी। डेढ़ साल बाद आई तीनों बहनों की बिसरा रिपोर्ट में जहर की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस अब यह जाच कर रही है कि तीनों बहनें एक साथ नदी किनारे क्यों और कैसे पहुंची। प्रभारी निरीक्षक दलवीर सिंह ने बताया कि तीनों बहनें एक साथ कैसे डूब गईं, इसकी विवेचना जारी है। राजू की बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि उसकी मौत कैसे हुई। इसके बाद ही विवेचना आगे बढ़ेगी।'