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पुल निर्माण को अनशन पर बैठे संत की हालत बिगड़ी, गुस्साए ग्रामीणों ने किया अर्द्धनग्न प्रदर्शन

रामगंगा घाट पर पुल निर्माण की मांग को लेकर पांच दिन से भूख हड़ताल पर बैठे संत शांतिदास की मंगलवार को हालत बिगड़ गई। ब्लड प्रेशर तथा शुगर कम हो जाने से वह बेहोश हो गए।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 06 Feb 2019 02:02 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 02:02 PM (IST)
पुल निर्माण को अनशन पर बैठे संत की हालत बिगड़ी, गुस्साए ग्रामीणों ने किया अर्द्धनग्न प्रदर्शन

शाहजहांपुर, जेएनएन : जलालाबाद तहसील क्षेत्र के हैदलपुर रामगंगा घाट पर पुल निर्माण की मांग को लेकर पांच दिन से भूख हड़ताल पर बैठे संत शांतिदास की मंगलवार को हालत बिगड़ गई। ब्लड प्रेशर तथा शुगर कम हो जाने से वह बेहोश हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने अद्र्धनग्न प्रदर्शन शुरू कर दिया। जानकारी पर एसडीएम वेद ङ्क्षसह चौहान ने मौके पर पहुंचकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया। उन्होंने संत को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। उधर, आधा दर्जन ग्रामीण भी भूख हड़ताल पर बैठ गए। डीएम अमृत त्रिपाठी ने बताया कि पुल का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। बुधवार को वह अनशन स्थन पर पहुंचेंगे।

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एक फरवरी से फरीदापुर हनुमान मंदिर के पुजारी स्वामी शांतिदास महाराज ने रामगंगा पर पुल निर्माण के लिए आमरण अनशन शुरू किया था। मंगलवार को भूख हड़ताल के पांचवें दिन दोपहर में संत की सेहत बिगड़ गई। वह बेहोश हो गए। इस पर ग़ुस्साए ग्रामीणों ने कपड़े उतार कर अद्र्धनग्न प्रदर्शन शुरू कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बुधवार तक मांग पूरी न होने पर हाईवे जाम का एलान किया है। दोपहर बाद एसडीएम वेद सिंह चौहान मौके पर पहुंचे। डॉक्टरों से उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसके बाद संत को मनाने और ओआरएस घोल पिलाने का प्रयास किया। मगर संत बोले- उनकी एक ही बीमारी है पुल का निर्माण। जब तक पुल नहीं बनेगा वह अनशन नहीं खत्म करेंगे।

बच्चे को जूस पिलाकर तुड़वाया अनशन

एसडीएम ने मंगलवार शाम को अनशन पर बैठे कक्षा तीन के छात्र दिव्यांशु सिहं चौहान को जूस पिलाकर उसका अनशन तुड़वा दिया। संत ने भी बच्चे को समझाया। इस पर वह मान गया। इसके बाद बच्चे को दूध पिलाया गया।  


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