ऑटोमेशन व्यवस्था से रोडवेज को होगा फायदा, डीजल की नहीं होगी चोरी
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रुहेलखंड डिपो भुवनेश्वर कुमार ने बताया कि ऑटोमेशन मशीन से डीजल भरे होने की जानकारी मिलेगी। बस के टैंक में कितना डीजल है और कितना डीजल भरना है। इसकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। साथ ही डीजल टैंक फुल होने पर वह ऑटो कट हो जाएगा।
बरेली, जेएनएन। शासन की ओर से प्रत्येक डिपो में ऑटोमेशन व्यवस्था शुरू की गई है। जिसके चलते चालक डीजल में हेराफेरी नहीं कर पाएंगे। इस व्यवस्था से एक ओर जहां डीजल चोरी पर अंकुश लगेगी वहीं अधिक कर्मचारियों की भी आवश्यकता नहीं पडे़गी।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रुहेलखंड डिपो भुवनेश्वर कुमार ने बताया कि ऑटोमेशन मशीन से डीजल भरे होने की जानकारी मिलेगी। बस के टैंक में कितना डीजल है और कितना डीजल भरना है। इसकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। साथ ही डीजल टैंक फुल होने पर वह ऑटो कट हो जाएगा। डीजल ऑटोमेशन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कहीं भी बैठकर डीजल का ब्योरा पता लगाया जा सकता है कि टैंक में कितना स्टॉक है और बसों में कितना डीजल भरा है। इसके लिए कंप्यूटर पर सिर्फ एक क्लिक करना होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया से डीजल चोरी पर पूरी तरह लगाम लग जाएगी। चालक अपनी मर्जी से डीजल भरवाने में हेराफेरी नहीं कर पाएंगे।अभी चालक परिचालक मिलकर डीजल में हेराफेरी करते हैं। इससे न सिर्फ रोडवेज को चूना लगता है बल्कि उसे घाटा भी उठाना पड़ता है। इस व्यवस्था से चोरी पर लगाम तो लगेगी ही साथ में मैनपॉवर भी कम जरुरत पड़ेगी। जिससे रोडवेज को दोतरफा फायदा होगा।