मर्डर से पांच गुना ज्यादा सड़क दुर्घटना में मौतें
सड़क पर संभलकर चलिए। इस संकल्प के साथ कि ट्रैफिक के हर नियम का पालन करना है।
जागरण संवाददाता, बरेली : सड़क पर संभलकर चलिए। इस संकल्प के साथ कि ट्रैफिक के हर नियम का पालन करना है। क्योंकि यातायात नियमों की अनदेखी दुश्मनों से ज्यादा खतरनाक है। पिछले साल 2017 में सड़क हादसे में हुई मौत का आंकड़ा तो यही साबित करता है। बरेली में 2017 में 88 हत्याएं हुई। इसके उलट सड़क दुर्घटना में 470 लोगों की मौत हुई, जबकि 914 महिला-पुरुष गंभीर रूप से घायल हुए। जिले में हत्या के आंकड़े की तुलना सड़क दुर्घटना से करें तो मर्डर से पांच फीसद ज्यादा मौतें दुर्घटनाओं में हुई हैं। गुरुवार को एमजेपी रुहेलखंड में दैनिक जागरण के यातायात जागरूकता कार्यक्रम में एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने यह डाटा साझा किया। एनएसएस के राष्ट्रीय शिविर में चौदह राज्यों के विद्यार्थी उपस्थित थे। एसपी ट्रैफिक ने उन्हें सड़क दुर्घटना से जनहानि के बारे में बताते हुए कहा कि भारत में सड़क हादसों में सालाना ढाई से तीन फीसद की वृद्धि हो रही है, जो चिंताजनक है। उन्होंने सड़क हादसों से बचने के लिए विद्यार्थियों से अपील की कि वे जागरूकता फैलाएं।
अपने परिवार को बताएं नियम
एसपी सिटी ने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने परिवार के सदस्यों को यातायात नियमों का पाबंद बनाएं। हेलमेट पहनकर बाइक चलाएं। शराब पीकर, मोबाइल पर बात करते हुए वाहन न चलाएं। लाइसेंस रखें। ट्रैफिक लाइट का पालन करें। चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट बांधे।
प्रदूषण, जाम की झंझट से राहत
यातायात नियमों के पालन से शहर में जाम की झंझट कम होगी। लोगों का समय और ईधन बचेगा। ईधन की फिजूल खपत देश का नुकसान है। देश और समाज के योगदान के लिए भी नियमों का पालन जरूरी है। इसके अलावा प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।
नुकसान सब जानते, अमल की जरूरत
यातायात नियमों की अनदेखी के नुकसान हर व्यक्ति जानता है। मगर हमें जागरूक होने की जरूरत है। हेलमेट पुलिस के डर से नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए पहनें। परिवार को आपकी जरूरत है। एसपी ट्रैफिक के इस अपील पर विद्यार्थियों ने जागरूकता का संकल्प लिया।