Prashan Pahar : छात्रों से मनोवैज्ञानिक डॉ. हेमा खन्ना बोली- नया पढ़ने की जगह पुराने पाठ को करें रिवाइज Bareilly News
‘दैनिक जागरण’ प्रश्न पहर में बरेली कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर और वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ. हेमा खन्ना ने छात्रों की समस्याओं को दूर किया।
जेएनएन, बरेली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), सीआइएससीई, यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं वहीं रुहेलखंड विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक और परास्नातक की परीक्षा की घड़ी नजदीक आ गई है। ऐसे में छात्रों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। वह कम समय में कैसे अच्छे से तैयारी करें। बुधवार को ‘दैनिक जागरण’ प्रश्न पहर में बरेली कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर और वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ. हेमा खन्ना ने छात्रों की समस्याओं को दूर किया।
उन्होंने परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को कहा कि वह कम समय में नए टॉपिक्स को पढ़ने की जगह पुराने टॉपिक्स को रिवाइज्ड करें। इसके साथ ही टाइम मैनेजमेंट करना सीखें। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि वह बच्चों के साथ बैठकर उनका शेड्यूल तय करें। केवल पढ़ाई के लिए दबाव न डालें। बच्चों को पढ़ाई के साथ उनकी रूचि के अनुसार अन्य गतिविधि में भी शामिल होने के लिए कहें।
सवाल : मेरी एक बेटी दसवीं और दूसरी 12वीं की परीक्षा देने जा रही है। अब कम समय में दोनों का कैसे शेड्यूल तैयार करें ताकि वह अच्छा परफॉरमेंस दे सकें? शमशुल हसन, भुता
जवाब : दोनों बेटियों के साथ बैठकर आप उनका शेड्यूल तैयार करवाएं। ध्यान दें उसमें पढ़ाई के साथ उनके खेल-कूद और मनोरंजन के लिए भी समय हो। बच्चों पर अपनी इच्छाओं को न थोपे। उन्हें प्रेरित करें कि वह खुद से पढ़ाई करें।
सवाल : 12वीं का बोर्ड एग्जाम देने जा रही हूं। एनसीईआरटी की बुक्स, मॉडल पेपर के साथ और क्या पढ़ूं कि 90 प्रतिशत से अधिक अंक मुङो मिल सके? - वर्तिका मिश्र, राजेंद्रनगर
जवाब : अगर आपने रेगुलर क्लास अटेंड किया है तो आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपके सभी टॉपिक क्लास में कवर हो चुके होंगे। आप उन्हीं को रिवाइज करें। इसके साथ टाइम मैनेजमेंट करना सीखें।
सवाल : बीए द्वितीय वर्ष में हूं। पिछले साल बहुत अच्छा एग्जाम हुआ था इसके बावजूद कम अंक मिले थे। इस बार क्या करूं कि अच्छे अंक मिले? - शिवम सक्सेना, शेरगढ़
जवाब : आप परेशान न हो। हो सकता है कि पिछली बार कुछ कमी रह गई होगी। आप तनाव दूर रखकर पढ़ाई करें। नंबर की जगह खुद की नॉलेज पर फोकस करें। जब आपको नॉलेज अच्छा रहेगा तो नंबर कम हो ही नहीं सकते। इसके साथ ही उत्तर पुस्तिका में लिखने के तरीके पर भी ध्यान दें।
अच्छे से प्रजेंटेशन देने से मूल्यांकन करने वाला शिक्षक उसे ध्यान देता है। उत्तर में हेडिंग बनाइए। उदाहरण दीजिए और साथ में अगर चित्र बना सकते हैं तो उसे भी बनाइए। इससे आपके उत्तर प्रभावशाली दिखते हैं और शिक्षक उसे ध्यान से देखकर अंक देता है।
सवाल : परीक्षा को लेकर हर वक्त टेंशन रहता है। नींद भी नहीं आती है। क्या करें? - मुदित, सुभाषनगर
जवाब : परीक्षा का ज्यादा टेंशन लेने पर यह दिक्कतें आती हैं। इसलिए परेशान होने की बजाय खुले मन से पढ़ाई पर ध्यान दें। अगर आपने सालभर पढ़ाई की है तो आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है और अगर नहीं की है तो चरणबद्ध तरीके से शुरू कर दीजिए।
हड़बड़ाहट न दिखाएं। समय का प्रबंधन करते हुए टॉपिक्स को अलग-अलग हिस्सों में बांट लें और उसे पढ़ना शुरू करें। नंबर या फिर फेल, पास होने का ख्याल बिल्कुल दिमाग से निकाल दें।
इन बातों का रखें खास ख्याल
पढ़ाई के साथ खान-पान का भी ख्याल रखें। ऐसा न रहे कि केवल पढ़ाई में ही डूबे रहें और तबीयत खराब हो जाए।
पढ़ाई से बीच-बीच में ब्रेक लें और अन्य गतिविधियों में शामिल हों। जैसे टीवी देखना, खेलना, गाने सुनना आदि।
देर रात तक पढ़ने की बजाय सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करें। पुराने नोट्स को भी रिवाइज्ड करें। जो आपने लिखा है उसे फिर से पढ़ें।
किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने अभिभावकों से उसे साझा करें। पढ़ाई से संबंधित दिक्कतों के लिए बेहिचक अपने शिक्षक से सवाल करें। इंटरनेट और मोबाइल को ज्यादा चलाने से बचें।