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बरेली कॉलेज ठप और चुप हैं जिम्मेदार

रुहेलखंड की सबसे बड़ी उच्च शिक्षण संस्था के रूप में पहचान रखने वाले बरेली कॉलेज में पिछले पांच दिन से ताले पड़े हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 08:40 PM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 02:43 AM (IST)
बरेली कॉलेज ठप और चुप हैं जिम्मेदार

जागरण संवाददाता, बरेली : रुहेलखंड की सबसे बड़ी उच्च शिक्षण संस्था के रूप में पहचान रखने वाले बरेली कॉलेज में पिछले पांच दिन से ताले पड़े हैं। नौकरी से हटाए जाने और मानदेय न देने के विरोध में कर्मचारी हड़ताल पर हैं। नतीजतन, स्नातकोत्तर और अन्य कक्षाओं में प्रवेश अटके पड़े हैं। कक्षाओं में पढ़ाई नहीं हो पा रही है लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। प्रवेश के लिए छात्र-छात्राएं रोजाना चक्कर लगाकर लौटने को विवश हैं। ऐसे हालात से कॉलेज को उबारने के लिए अब तक कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं। प्रबंध समिति चुप्पी साधे है और आंदोलन कर रहे कर्मचारी प्रबंध समिति के जिम्मेदार लोगों पर हठधर्मिता के आरोप लगा रहे हैं।

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नहीं खुलने दिए ताले

गुरुवार को भी पांचवे दिन अस्थाई कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखी। उन्होंने कार्यालय के ताले नहीं खुलने दिए। प्राचार्य डॉ. अजय शर्मा ने स्थाई कर्मचारियों को लाइब्रेरी के ताले खोलने को कहा। वे ताले खोलने पहुंचे तो अस्थाई कर्मचारी पहुंच गए और उन्होंने नारेबाजी करके ताले नहीं खुलने दिए। शिक्षकों से भी अस्थाई कर्मचारियों ने कक्षाएं न लगाने को कहा है। स्थाई कर्मचारियों से भी हड़ताल में सहयोग की अपील की है।

46 अस्थाई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है

कॉलेज में अर्से से 168 अस्थाई कर्मचारी कार्यरत हैं। प्रबंधन हर साल इनका रिन्यूवल करता है। इस साल कॉलेज में जो लिस्ट चस्पा की गई है, उसमें 122 कर्मचारियों के ही नाम हैं। 46 कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया है। इससे सारे कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि 31 मार्च तक कार्यकाल बताकर हर साल उन्हें हटाया जाता है। इस साल भी ऐसा किया लेकिन अप्रैल, मई और जून में भी कार्य कराया पर मानदेय जून का ही दिया। अप्रैल और मई का मानदेय देने से इन्कार कर दिया। ऐसे में कर्मचारी 46 साथियों की बहाली, मानदेय भुगतान के लिए हड़ताल कर रहे हैं।

कहीं सुनवाई नहीं, हड़ताल जारी

हड़ताली कर्मचारी पिछले दिनों कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष डीएम से मिले थे। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को भेजा लेकिन कुछ नहीं हुआ। बुधवार को कर्मचारी क्षेत्रीय उच्चाधिकारी से मिले तो उन्होंने हड़ताल खत्म करने को कहा और मैनेजमेंट से वार्ता करने का आश्वासन दिया। कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा और सचिव हरीश चंद्र मौर्य का कहना है कि मैनेजमेंट तथा कॉलेज प्रशासन की हठधर्मिता के खिलाफ हड़ताल जारी रखेंगे।


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