राज्य खाद्य आयोग की सदस्य स्कूल पहुंची तो नल पर प्लेटें धोते मिले बच्चें
रजऊ परसपुर प्राथमिक विद्यालय में दोपहर का भोजन करने के बाद नल पर बच्चों की लंबी लाइन लगी थी।
बरेली, जेएनएन। रजऊ परसपुर प्राथमिक विद्यालय में दोपहर का भोजन करने के बाद नल पर बच्चों की लंबी लाइन लगी थी। हाथ में प्लेटें लेकर खड़े बच्चों की कतार देखकर राज्य खाद्य आयोग की सदस्य सरोज प्रसाद दंग रह गई। प्रधानाचार्य से पूछा ये क्या है? क्या कोई प्लेट धोने वाला नहीं है क्या। जवाब मिला, स्कूल में 370 बच्चे हैं, उनकी प्लेटें कौन धोएगा? एमडीएम (मिड-डे-मिल) में करोड़ों का बजट खपने के बावजूद यह स्थिति-जवाब आयोग को खल गया। उन्होंने इस पूरे स्थिति में तत्काल सुधार के लिए बीएसए से जवाब मांगा है।
राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष नंद किशोर यादव, सदस्य सरोज प्रसाद रजऊ परसपुर में एमडीएम और पुष्टाहार की स्थिति जानने पहुंचे थे। ये दोनों योजनाएं खाद्य सुरक्षा गारंटी के दायरे में आती हैं। आयोग की सदस्य सरोज प्रसाद ने कहा कि नल पर गंदा पानी भरा था। बच्चे उसके आहते में घुसकर प्लेटें धो रहे थे। यह स्थिति बेहद दुखद है। सरकार एमडीएम पर अरबों रुपये खर्च करती है। इसके बावजूद स्थानीय स्तर पर अव्यवस्था है। प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग इसमें सुधार करे। अधिकारियों की बैठक में उन्होंने बीएसए को पूछा मगर वह मौजूद नहीं थीं। बीएसए के प्रतिनिधि थे।
गर्भवती महिला को छह हजार
आयोग की सदस्य सरोज प्रसाद ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को सरकार की ओर से छह हजार रुपये दिए जा रहे हैं। पुष्टाहार बांटा जा रहा है। इनका लाभ उठाएं। हाथ में राशन कार्ड और सूची में नाम होने के बावजूद कोटेदार आपका हक न दे तो मायूस न हों। शासन बाजार भाव से राशन खरीद का भत्ता देगा। इसकी भरपाई तो कोटेदार से होगी ही, कार्रवाई भी होगी। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गठित जिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ आपको यह हक दिलाएगा। एडीएम प्रशासन इसके अधिकारी हैं। शुक्रवार को शहर आए राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष नंदकिशोर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इस व्यवस्था को मजबूत करें, ताकि गरीबों को लाभ मिल सके।