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खजुरिया में नहीं बन रही बात रास्ता निकालने में जुटी पुलिस

खजुरिया गांव के लोगों का कहना है कि ताजिये यहां से नहीं निकलने दिए जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 10:57 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 02:11 AM (IST)
खजुरिया में नहीं बन रही बात रास्ता निकालने में जुटी पुलिस

जागरण संवाददाता, बरेली: खजुरिया गांव के लोगों का कहना है कि ताजिये यहां से नहीं निकलने दिए जाएंगे। हालांकि पुलिस का कहना है कि ताजिये परंपरागत तरीके से जहां से निकलते रहे हैं वहीं से निकलेंगे। अभी तक विवाद को कोई हल निकलता नजर नहीं आया है। पुलिस बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है।

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कलारी से निकलने वाला ताजियों का जुलूस बिथरी के चन्द्रपुर, रामनगर गौटिया, खजुरिया होते हुए उमरिया जाता है। उमरिया में कर्बला में ताजिये दफन होते हैं। सावन में उमरिया के लोगों की वजह से कांवड़ यात्रा नहीं निकल सकी थी लिहाजा अब खजुरिया गांव के लोगों ने कह दिया है कि ताजिये नहीं निकलने देंगे। इसी को लेकर विवाद चला आ रहा है। 21 सितंबर को ताजियों का जुलूस निकलना है। पुलिस दोनों पक्षों से बात कर रही है। लेकिन अभी तक विवाद का पटाक्षेप नहीं हो पाया है। एक पक्ष बीच के रास्ते को लेकर राजी नहीं है। रविवार को खजुरिया में पुलिस की ग्रामीणों के साथ बैठक होनी थी लेकिन टल गई। वहीं कलारी में भी बातचीत नहीं हो सकी।

इस बीच पुलिस ने यह जरूर कह दिया कि है कि अगर किसी ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस खुफिया विभाग की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। देखना यह है कि खुफिया विभाग लोगों की नब्ज पकड़ पाता है या नहीं।

600 लोगों के किए मुचलके

बिथरी पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए हाल ही में छह सौ लोगों को मुचलका पाबंद किया है। इसके अलावा 18 लोगों के खिलाफ गुंडा एक्ट व 70 के खिलाफ मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि असामाजिक तत्वों के बख्शा नहीं जाएगा।

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मुहर्रम को लेकर एडीजी ने की वीडियो कांफ्रेसिंग

बरेली: एडीजी प्रेम प्रकाश ने रविवार को जोन ऑफिस से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के कप्तानों को चेताया साथ ही मोहर्रम की तैयारियों की समीक्षा की। एडीजी ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। जहां भी विवाद की संभावना हो, उसका पहले ही निस्तारण कर लिया जाए। कोई नई परम्परा न डालने दी जाए। जुलूस के रूट भी पहले ही चिन्हित कर लिए जाएं। डीजीपी ने बीते रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी जिलों के कप्तानों को इसको लेकर निर्देश दिए थे। एडीजी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान बरेली रेंज के आईजी डीके ठाकुर और एसएसपी बरेली मुनिराज जी भी मौजूद रहे।


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