पीओ डूडा का दूसरे दिन भी नहीं खुला फोन
जिला नगरीय विकास अभिकरण में शुक्रवार को हुए हंगामे के बाद तमाम तरह की चर्चाएं जारी हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली : जिला नगरीय विकास अभिकरण में शुक्रवार को हुए हंगामे के बाद तमाम तरह की चर्चाएं जारी हैं। परियोजना अधिकारी विनय कुमार सिंह गहरे सदमे में बताए जा रहे हैं। उनका मोबाइल रविवार को भी नहीं खुला। अब सोमवार को मामले में स्थिति साफ होने की उम्मीद है। कार्यालय खुलने के बाद काफी बातें सामने आ सकती है।
शुक्रवार को डूडा कार्यालय में करीब छह करोड़ रुपये के इंटरलॉकिंग सड़कों के 96 कामों के लिए टेंडर डाले जाने थे। इन कामों के टेंडर लखनऊ के अखबार में प्रकाशित कराए गए। इसके साथ ही यहां सिर्फ सात ठेकेदारों को ही पंजीकृत किया गया। इस कारण ठेकेदारों में इसको लेकर गुस्सा था। शुक्रवार को टेंडर खुलने से पहले ही डूडा दफ्तर में हंगामा हो गया। हल्ला मच गया कि पीओ से मारपीट की गई है। घटना के बाद से ही पीओ ने अपने दोनों मोबाइल बंद कर लिए। परिचितों के अनुसार शुक्रवार रात को ही वे अपने घर लखनऊ चले गए। हंगामे के कारण वह सदमे में हैं। इसी कारण रविवार को दूसरे दिन भी उन्होंने अपने मोबाइल नहीं खोले। अब सोमवार को कार्यालय खुलने पर ही आगे के एक्शन के बारे में कुछ कहा जा सकता है। पीओ डूडा कार्यालय आते हैं तो तमाम बातें स्पष्ट हो जाएंगी। वरना सस्पेंस बना रहेगा। छह करोड़ के टेंडर निरस्त होने का निर्णय भी सोमवार को ही होगा। डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह रविवार तक जिले से बाहर हैं। टेंडर निरस्त करने का निर्णय उन्हीं के स्तर से होगा। हां, नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव टेंडर निरस्त करने की संस्तुति शुक्रवार की रात में ही कर चुके हैं।