पीएम ने की राहत की बारिश, आसमान से मेघ भी बरसे
तकरीबन सूखे जैसे हालातों का सामना कर रहे रुहेलखंड की धरती पर बारिश की बूंदे पड़ीं। तेज बारिश से लोगों को राहत मिली।
बरेली (जेएनएन) : तकरीबन सूखे जैसे हालातों का सामना कर रहे रुहेलखंड की धरती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजनाओं और घोषणाओं की बारिश की तो मेघों ने भी राहत की बरसात की। शनिवार दोपहर लगभग एक बजे बारिश शुरू हुई। करीब पौन घंटे तक मूसलधार बारिश ने शहर से लेकर खेतों तक को जमकर भिगोया। हालांकि, बारिश ने प्रशासन की पेशानी पर पैदा कर दिए। शाहजहांपुर के रोजा में रैली के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष विमान और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर त्रिशूल एयरवेज पर हैं। शाहजहांपुर रैली समापन के बाद प्रधानमंत्री को इसी विशेष विमान से दिल्ली वापस जाना है। बरेली के एयरफोर्स स्टेशन तक पहुंचने के लिए मौसम साफ होना जरूरी है। घनघोर घटा छाई होने और बूंदाबांदी जारी होने से प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर शाहजहांपुर में ही रोका गया है। उमस से जूझ रहे थे लोग
महाराष्ट्र, राजस्थान और पड़ोसी राज्य उत्तराखंड तक में भारी बारिश हो रही है। लेकिन, बरेली सहित रुहेलखंड क्षेत्र में बरसात नहीं हुई। मानसून का सत्र शुरू हुए भी एक पखवाड़ा बीत चुका है। बारिश न होने से पिछले सात दिन से बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, रामपुर और आसपास के जिलों के लोग उमस झेल रहे हैं।
धान किसानों के चेहरे खिले
बारिश न होने से मंडल भर में धान की रोपाई नहीं हो पा रही थी। सिंचाई के लिए नहरों से पर्याप्त पानी न मिल पाने और बाहर ट्यूबवेल से सिंचाई का खर्च अधिक होने से किसान मायूस थे। भले ही पौन घटे ही बारिश हुई हो, लेकिन धान किसानों के चेहरे खिल गए। प्रदेश में सबसे अधिक धान की फसल और रकबा रुहेलखंड क्षेत्र में है। योगी आदित्यनाथ ने पांच दिन पहले