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पीलीभीत के किसानों ने अभिनव प्रयोगों से बढ़ाई आय, गन्ने के साथ उगाए आलू , प्याज, लहसुन

तराई के जिले यानी पीलीभीत में प्रगतिशील किसानों ने खेती में नए नए प्रयोग करके न सिर्फ उत्पादन बढ़ाया बल्कि नई नई फसलें उगाकर आय बढ़ाने में भी सफलता अर्जित की। ऐसे प्रगतिशील किसानों ने खुद फायदा उठाने के साथ ही दूसरे किसानों को भी प्रोत्साहित किया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 22 Dec 2021 08:49 AM (IST)Updated: Wed, 22 Dec 2021 08:49 AM (IST)
पीलीभीत के किसानों ने अभिनव प्रयोगों से बढ़ाई आय, गन्ने के साथ उगाए आलू , प्याज, लहसुन
पीलीभीत के किसानों ने अभिनव प्रयोगों से बढ़ाई आय, गन्ने के साथ उगाए आलू , प्याज, लहसुन

बरेली, जेएनएन। तराई के जिले यानी पीलीभीत में प्रगतिशील किसानों ने खेती में नए नए प्रयोग करके न सिर्फ उत्पादन बढ़ाया बल्कि नई नई फसलें उगाकर आय बढ़ाने में भी सफलता अर्जित की। ऐसे प्रगतिशील किसानों ने खुद फायदा उठाने के साथ ही दूसरे किसानों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करने का काम किया है। खेती में नए प्रयोग करने वाले प्रगतिशील किसानों को राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि एवं गन्ना विभाग की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर होने वाले समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

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पूरनपुर क्षेत्र के गांव परसरामपुर के प्रगतिशील किसान ने सोयाबीन की खेती का अभिनव प्रयोग किया। अब वह दूसरे किसानों को भी परंपरागत फसलों से इतर सोयाबीन की फसल उगाने को प्रेरित कर रहे हैं। इनके अलावा लालपुर गांव के किसान हेमेंद्र कुमार ने एक ही खेत में तीन फसलें कर लीं। उन्होंने गन्ना के साथ अलसी तथा चना की उपज भी प्राप्त करके नाम रोशन किया। खमरिया पुल गांव के किसान बुद्धसेन ने गन्ना के खेत में आलू, लहसुन और प्याज की सहफसली खेती करके नया प्रयोग किया है।

देवीपुरा के किसान रुद्रप्रताप ने जैविक गुड़ उत्पादन में ख्याति पाई है। गांव उमरसड़ के किसान मुखवीर सिंह ने तिलहन की उन्नतशील फसलें पैदा की हैं। इसी तरह से चंदोई के किसान मो. हनीफ ने ग्लेडियोलस फूलों की खेती से प्रसिद्धि पाने के साथ ही अपनी आय बढ़ा ली है। इसी गांव के खूबचंद ने भी गुलाब की खेती में पूरे जिले में अपनी पहचान कायम की। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका ने बताया कि विभाग की ओर से इन सभी किसानों को सम्मानित किया जाएगा।

जिला कृषि अधिकारी डा. विनोद कुमार यादव ने बताया कि उनके विभाग की ओर से खांडेपुर के राजाराम यादव ने पिछले सीजन में प्रति एकड़ 27.32 क्विंटल पैदावार हासिल की। गांव रम्पुरा फकीरे के किसान द्वारिका प्रसाद ने प्रति एकड़ 9.74 क्विंटल पैदावार की। इसी तरह खानपुर के किसान महेंद्र पाल ने प्रति एकड़ 24 क्विंटल सरसों की पैदावार करने में कामयाबी हासिल की। परासी गांव के इंदल प्रसाद ने 35.60 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान की पैदावार की।

जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्र के अनुसार उनके विभाग की ओर से जिले के सातों विकास खंडों से एक-एक ऐसे किसान को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने अपने विकास खंड क्षेत्र में सबसे अधिक औसत पैदावार हासिल करने में सफलता पाई है।


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