PCS Pre Exam 2020 : पेपर सरल आया, रीजनिंग आसान रही लेकिन कम्युनिकेशन ने गणित बिगाड़ा
संघ लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्री परीक्षा रविवार को जिले के 49 केंद्रों पर आयोजित की गई। कोविड-19 के प्रोटोकॉल में हुई यह परीक्षा दो पालियों में हुई। सभी केंद्रों पर कोविड 19 को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
बरेली, जेएनएन। संघ लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्री परीक्षा रविवार को जिले के 49 केंद्रों पर आयोजित की गई। कोविड-19 के प्रोटोकॉल में हुई यह परीक्षा दो पालियों में हुई। सभी केंद्रों पर कोविड 19 को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। लेकिन बरेली कॉलेज के मेन गेट पर इसको लेकर लापरवाही दिखी। थर्मल स्क्रीनिंग के नाम पर खानापूर्ति की गई। परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों के मुताबिक इस बार पिछली बार के मुकाबले पेपर काफी सरल आया था। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक हुई। इसमें सामान्य अध्ययन का पेपर 200 अंक का था। 150 प्रश्न पूछे गए थे।
इस प्रश्न पत्र में कोविड-19 और लॉकडाउन से जुड़े कई प्रश्न पूछे गए थे। इसके अलावा मोदी सरकारी लांच की गई योजनाओं स्वच्छ भारत अभियान, किसान रेल से जुड़े हुए प्रश्न आए थे। वहीं कुछ प्रश्न उत्तर प्रदेश की सरकार की योजनाओं से संबंधित आए थे। अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा सामान्य ज्ञान का पेपर स्टैंडर्ड था। पूरा पेपर करेंट अफेयर्स पर फोकस था। जबकि दोपहर की पाली में 2.30 बजे से 4.30 बजे तक हुई परीक्षा में रीजनिंग काफी आसान रही। गणित के सवाल भी हाईस्कूल स्तर के आए थे।
अभ्यर्थी ढूंढते रहे ब्लॉक
बरेली कॉलेज में पीसीएस प्री की परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए थे। परिसर में जो चार्ट लगा था, उसमें ब्लॉक दिया हुआ था। इसको लेकर अभ्यर्थी परिसर में ढूंढते रहे। कुछ अभ्यर्थियों के पास ओरिजनल आधार कार्ड नहीं था, इस पर गेट पर चेकिंग कर रहे शिक्षकों से उनकी कहासुनी भी हुई। थर्मल स्क्रीनिंग के लिए काफी लापरवाही बरती गई। ज्यादातर अभ्यर्थियों को बिना जांच के ही जाने दिया।
परीक्षा छूटने पर गायब रही शारीरिक दूरी : बरेली कॉलेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षा छूटने के दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं हुआ। अधिकतर अभ्यर्थी पेपर आपस में डिस्कस करते हुए निकले जिनके मुंह पर मास्क तक नहीं था।
सामान्य अध्ययन का पूरा पेपर करेंट अफेयर्स पर आधारित था। पिछले तीन-चार महीने में लॉकडाउन, कोविड-19 से जुड़े कई प्रश्न पूछे गए थे। मध्य कालीन इतिहास और पर्यावरण पर आधारित प्रश्न आए थे। दोपहर में रीजनिंग, मैथ्स आसान रही। लेकिन कम्यूनिकेशन का पार्ट स्टैंडर्ड था। जिसने ठीक से तैयारी की है, उसे दिक्कत नहीं हुई होगी। मृदुल दीक्षित
मैंने दूसरी बार परीक्षा दी है। पेपर ठीक था। सीएस में आर्टिकल, पंचायत चुनाव, आयुष्मान भारत से जुड़े प्रश्न थे। रीजनिंग में नंबर सीरीज पूछा गया था। ओवर ऑल पेपर सही है। दीक्षा
पेपर में लॉकडाउन और कोविड से जुडे़ कई प्रश्न पूछे गए थे। इसके अलावा पिछले तीन महीने का करेंट अफेयर्स छाया रहा। किसान रेल, नेशलन लॉ यूनिवर्सिटी कहां स्वीकृत हुई, ई-लोक अदालत, ग्लोबल वैक्सीन सम्मेलन की मेजबानी से जुड़े सवाल आए। दिव्या
पहला पेपर समान्य ज्ञान का पेपर एवरेज था। जीएस के पेपर में पर्यावरण, प्रचीन इतिहास और मुगल काल के इतिहास के प्रश्न भी पूछे गए। माइनस मार्किंग थी, इसलिए समझ कर करना पड़ रहा था। जनवरी से अगस्त तक करेंट अफेयर्स पूछा गया था।पंकज कुमार