पेनड्राइव से निकल रहा तेल, पंप पर आप कर लें जांच
हापुड़ में पेट्रोल पंप से पेन ड्राइव और डिवाइस के जरिए ईंधन पार हो गया।
जेएनएन, बरेली : हापुड़ में पेट्रोल पंप से पेन ड्राइव और डिवाइस के जरिए ईंधन पार हो गया। एसटीएफ के खेल पकडऩे और राज्य के सभी पंपों पर जांच के आदेश के बाद जिले के पंप संचालकों में भी खलबली मची है। दो साल पहले भी सात पंप में यह मामला सामने आया था। एफआइआर भी दर्ज हुई थी। ऐसे में उपभोक्ताओं को खुद भी पूरी माप के प्रति सतर्क रहना होगा। वह स्वयं भी जांच कर सकते हैं।
पकड़े गए थे सात पेट्रोल पंप
दो वर्ष पहले शासन के निर्देश पर जिले में भी पेट्रोल पंपों की चेकिंग संयुक्त टीम ने की थी। आपूर्ति अधिकारियों के मुताबिक तब सात पंपों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। आंवला क एक पंप का तो लाइसेंस तक निरस्त किया जा चुका है, जबकि छह मामले अभी लंबित हैं। घटतौली के 12 अन्य मामलों में भी कार्रवाई हुई।
लखनऊ का आदेश रविवार तक न पहुंचा
पेन ड्राइव से घटतौली मामले में प्रदेश भर के पंपों की जांच के शनिवार को ही लखनऊ से आदेश हुए थे। आवश्यक प्रकरण के बावजूद रविवार शाम तक जिला पूर्ति अधिकारी तक नहीं पहुंचे।
उपभोक्ता को है माप परखने का हक
किसी उपभोक्ता को घटतौली का शक है तो वह पांच लीटर के नपना से तेल की माप करा सकता है। हर पंप पर यह नपना होता है। जागरण टीम ने भी रामगंगा से पहले त्रिमूर्ति फिलिंग स्टेशन पर इसकी जांच की। नपने में आए तेल और पंप की मशीन पर पूरा पांच लीटर तेल डलना प्रदर्शित हुआ।
लीगल मेट्रोलॉजी विभाग के मानक के अनुसार प्रति पांच लीटर 25 मिलीलीटर की कमी अनुमन्य है। इससे अधिक की कमी पर घटतौली की शिकायत कर सकते हैं। फिल्टर पेपर से पेट्रोल की शुद्धता की जांच भी कर सकते हैं। फिल्टर पेपर पर दो बंूद पेट्रोल डालें। तेल उडऩे के बाद गहरा दाग छूटता है, तो पेट्रोल मिलावटी है।
-पंप पर लिखे कंपनी के अफसरों के नंबर पर करें शिकायत
-पंप पर रखे रजिस्टर में भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं
वर्जन...
अभी पेट्रोल पंपों की चेकिंग के आदेश जिला मुख्यालय नहीं पहुंचे है। आदेश आते ही पेट्रोल पंपों की जांच कराई जाएगी।
सीमा त्रिपाठी, डीएसओ
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