दुर्लभ छिपकली के अंगों की तस्करी को लेकर अफसरों की घूमी सुई, निशाने पर ये जनपद
वन विभाग की टीम ने श्यामगंज थोक बाजार स्थित रामा पंसारी की दुकान पर छापा मारकर सियार दुर्लभ प्रजाति की बड़ी छिपकली पटरा गोह (मॉनिटर लिजर्ड) के अंग बरामद किए थे। जोकि 2500 रुपये तक में बेचे जाते थे।
बरेली, जेएनएन। सोमवार शाम को वन विभाग की टीम ने श्यामगंज थोक बाजार स्थित रामा पंसारी की दुकान पर छापा मारकर सियार, दुर्लभ प्रजाति की बड़ी छिपकली पटरा गोह (मॉनिटर लिजर्ड) के अंग बरामद किए थे। जोकि 2500 रुपये तक में बेचे जाते थे। वन विभाग की टीम का कहना था कि इनसे शक्तिवर्धक दवा बनाने का दावा किया जाता था। इसके साथ ही सियार के अंगों का तंत्र विद्या व अंध विश्वास में अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
इसीलिए लोग इसे खरीदकर ले जाते। मौके से दुकान मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद अब मालूम किया जा रहा कि वन्य जीवों के अंग यहां कौन बेचने आता था। विभाग को अंदेशा है कि जनपद से सटा उत्तराखंड व पीलीभीत के जंगल से शिकारी यहां वन्यजीवों के अंग लेकर आते हैं और पहले खुद बेचने की कोशिश करने के बाद न बिकने की स्थिति में दुकानदारों को बेचने का काम करते हैं। वहीं अधिकारी घुमंतू परिवार पर भी संदेह जाता रहे हैं।
दरअसल जनपद में काफी संख्या में घुमंतु परिवार रहते हैं। जो वन्यजीवों का शिकार भी करते हैं। पूछताछ के दौरान आरोपित व्यापारी श्याम अग्रवाल का कहना था कि उन्हें यह नहीं पता की मॉनिटर लिजर्ड के जो अंग बेचने वाले आते हैं, वह कहां रहते हैं। क्योंकि, वह लोग खुद ही उनकी दुकान पर आकर वन्यजीवों के अंग बेचते थे।
कोर्ट से अनुमति के बाद दुकान खोल कर होगी जांच
डीएफओ भारत लाल ने बताया कि वन्यजीवों के अंगों की बिक्री करने के मामले में पकड़े गए आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। सभी की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है। अब कोर्ट ने अनुमति मिलने के बाद दुकान खोल अंदर रखे सामानों की भी जांच की जाएगी। वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए एसडीओ आरबी सिंह को जांच अधिकारी नामित किया गया है।