अब 35 करोड़ का निवेश वापस लेने की तैयारी Bareilly News
पैंशन फंड के कथित रूप से 150 करोड़ रुपये पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस सोसायटी में निवेश पर बखेड़ा खड़ा होने के बाद एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन बैकफुट पर है।
जेएनएन, बरेली : प्रोफेसर और कर्मचारियों की पेंशन फंड के कथित रूप से 150 करोड़ रुपये पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस सोसायटी में निवेश पर बखेड़ा खड़ा होने के बाद एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन बैकफुट पर है। कर्मचारियों की तालाबंदी की चेतावनी के बाद वित्त अधिकारी सुरेश उपाध्याय ने स्पष्ट किया है कि अगर सब चाहेंगे तो निवेश वापस ले लिया जाएगा। निवेश फिक्स डिपॉजिट (एफडी) में है न कि शेयर बाजार में।
एसोसिएशन ने मांगी सूचनाएं
रुविवि के प्रशासन के मुताबिक 35 करोड़ रुपये निवेश किए गए हैं, जबकि आरोप 150 करोड़ का है। इसको लेकर मिनिस्टियल स्टॉफ एसोसिएशन ने कुलपति से विवि के बचत कोष और निवेश की सूचनाएं मांगी हैं। अध्यक्ष ओपी मिश्र ने स्पष्ट किया कि जानकारी न मिलने पर एक अक्टूबर को वित्त विभाग में तालाबंदी कर देंगे। शुक्रवार को वित्त अधिकारी कार्यालय आए। उन्होंने कहा कि हमने सूचनाएं तैयार कर ली हैं। कुलपति के आते ही उनके जरिये कर्मचारियों को सौंप दी जाएंगी। फिर भी कर्मचारी असंतुष्ट हुए तो हम निवेश वापस ले लेंगे।
कर्मियों ने उठाई वापसी की मांग
देश में हाउसिंग सोसायटी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कर्मचारी पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस सोसायटी से निवेश वापस चाहते हैं। उन्होंने यह मांग भी रखी है। रुविवि में एक प्रोफेसर बताते हैं कि यह मामला शासन में वित्त एंव लेखानुभाग तक पहुंच चुका है। इसमें निवेश वापस होने का रास्ता नजर आ रहा है। इसलिए क्योंकि निवेश इसमें जोखिम है। पेंशन फंड इसमें रखना उचित नहीं है।