अब गांवों में गैस के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान, यहां आसानी से मिल सकेगा पांच किलो वाला सिलिंडर
पेट्रोलियम कंपनियों के मुताबिक जल्द ही ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोग पांच किलो गैस का सिलिंडर अपने नजदीकी कोटेदार के यहां से प्राप्त कर सकेंगे। गैस कंपनियों की योजना है कि आने वाले समय में गैस की सुविधा घर-घर हो।
बरेली, जेएनएन : शहर से लेकर गांवों तक किसी को गैस के लिए परेशान न होना पड़े इसके लिए पेट्रोलियम कंपनियों ने तैयारी की है। आइओसी व बीपीसी की ओर से जिला पूर्ति अधिकारी से कोटेदारों की संख्या व जिले में कुल पात्र गृहस्थी व अंत्योदय कार्ड धारकों के साथ ही प्रत्येक कोटेदार के यहां कुल कार्ड धारकों की संख्या का विवरण मांगा गया है।
पेट्रोलियम कंपनियों के मुताबिक जल्द ही ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोग पांच किलो गैस का सिलिंडर अपने नजदीकी कोटेदार के यहां से प्राप्त कर सकेंगे। गैस कंपनियों की योजना है कि आने वाले समय में गैस की सुविधा घर-घर हो, उज्जवला योजना के तहत गांव देहात की महिला मुखियाओं के नाम फ्री कनेक्शन दिए जा चुके हैं। क्षेत्रों में गैस एजेंसियां कम होने की वजह से लोगों को सिलिंडर लेने को गैस एजेंसियों तक लंबी दौड़ लगानी पड़ती है। गांव में 24 घंटे गैस उपलब्ध कराने को कोटेदारों का सहयोग लिया जाए। बता दें कि बरेली में कुल 1806 कोटेदार हैं। उनको क्षेत्र की संबंधित गैस एजेंसी के माध्यम से अनुबंध कराया जाएगा। कोटेदार एक दिन में सात सिलिंडर तक बेच सकेगा। इससे कोटेदार की आय भी बढ़ेगी। वहीं गैस की आपूर्ति भी गांव देहात के क्षेत्रों में सुचारू हो जाएगी। इस संबंध में बीपीसी के नोडल अधिकारी रजनीश कुमार का कहना है कि कोटेदारों को भी जिम्मेदारी सिलिंडर वितरण की जिम्मेदारी देने की कवायद चल रही है। गैस कंपनियों ने निर्णय लिया है कि कोटेदारों को भी सिलिंडर बिक्री की स्वीकृति दी जाएगी। जिससे गैस की बिक्री बढ़ने के साथ लोगों को सहूलियत होगी।