काम न करने की बीमारी, मरीजों पर भारी Bareilly News
बीमारी तो पता है सीएमओ ने इसके लिए अधिकारियों से प्रतिदिन रिपोर्ट बनाने के लिए कहा तो इस बात को अनसुना कर दिया गया।
बरेली, जेएनएन : लोगों का इलाज करने वाले जिला अस्पताल में काम न करने की बीमारी लग गई है। बीमारी तो पता है सीएमओ ने इसके लिए अधिकारियों से प्रतिदिन रिपोर्ट बनाने के लिए कहा तो इस बात को अनसुना कर दिया गया, अब अब सीएमओ ने अधिकारियों की शिकायत जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह से की है।
पिछले दिनों जिले के प्रभारी अधिकारी पी गुरु प्रसाद ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान उन्हें पता चला था कि 23 लाख की वेंटीलेटर मशीन अभी भी सिर्फ देखने के लिए ही रखी हुई है। इसे वसीम बरेलवी ने अपनी विधायक निधि से जिला अस्पताल को दिया था। इसके बाद अब उन्होंने जिलाधिकारी को इसके लिए दोषी लोगों पर कार्रवाई के लिए लिखा है।
इसके साथ उन्हें अस्पताल के शौचालय में गंदगी, टूटे हुए शीशे और फर्श भी देखने को मिली थी। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जन औषधि केंद्र में दिल्ली से पांच सौ तरह की दवाइयों की आपूर्ति होती है लेकिन केंद्र में सिर्फ दो सौ तरह की हीं दवाइयां हैं। खास बात यह है कि दो महीनों से यहां दवाइयां भी नहीं आई हैं।
अस्पताल में जानवरों का जमावड़ा
जिस महिला अस्पताल में मरीज होना चाहिए, वहां पर जानवरों का जमावड़ा है। बेसहारा जानवरों से परेशान अब मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका ने नगर आयुक्त से इन जानवरों को पकड़ने के लिए गुहार लगाई है।
सर्टिफिकेट से पहले रिकॉर्ड सत्यापन करने को दिल्ली से पहुंची टीम
जिला अस्पताल एनएबीएच के मानकों को पूरा करने के काफी नजदीक पहुंच गया है। सर्टिफिकेट से पहले सोमवार को क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा तय मानकों के सत्यापन को दिल्ली से डॉ. विभोर जैन जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वर्ष 2017-18 के सभी दस्तावेजों का गहनता से सत्यापन किया।
नीति आयोग ने क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया को अस्पतालों में एनएबीएच यानि नेशनल एक्रीडिएशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स के मानकों की जांच को अधिकृत किया हुआ है। इसी टीम के एनएबीएच एसेसर डॉ. विभोर जैन सोमवार दोपहर जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले अस्पताल के वर्ष 2017-18 के रिकॉर्ड चेक किए।
काउंसिल के सभी मानकों का सत्यापन किया। फिर वार्ड में मरीजों को मिलने वाली सहूलियत की जानकारी ली गई। चाइल्ड वार्ड भी देखा। स्टाफ का रिकार्ड चेक किया। दवाओं का रखरखाव भी देखा। हॉस्पिटल मैनेजर पूजा चौहान के कार्य पर संतुष्टि जताई। हॉस्पिटल मैनेजर ने बताया कि एनएबीएच मानकों को पूरा किया जा रहा है। उसी का सत्यापन टीम कर रही है। फरवरी में ऑडिट हो चुका है। अब हम सिर्फ सर्टिफिकेट मिलने का इन्तजार कर रहे हैं।
जिलाधिकारी से शिकायत
सीएमओ विनीत शुक्ला ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि उन्होंने अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों को दिवसवार जिला अस्पताल का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा था लेकिन अधिकारी और कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं।