सहूलियत : राशनकार्ड नहीं, फिर भी मुफ्त मिलेगा खाद्यान्न
राशनकार्ड नहीं होने के बावजूद खाद्यान्न मुहैया कराने के लिए कमिश्नर रणवीर प्रसाद और जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कार्ययोजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया है।
बरेली, जेएनएन। आटा, चावल समेत खाद्यान्न की किल्लत झेलने वाले परिवारों के लिए सुकून भरी खबर है। राशनकार्ड नहीं होने के बावजूद खाद्यान्न मुहैया कराने के लिए कमिश्नर रणवीर प्रसाद और जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कार्ययोजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया है।
बरेली में करीब आठ लाख राशनकार्ड धारक परिवार हैं। इसके बावजूद सैकड़ों की संख्या में ऐसे परिवार हैं जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं। ऐसे परिवार सामाजिक संगठनों के भरोसे हो चुके हैं। रविवार को कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में तय हुआ कि राशनकार्ड धारकों के अलावा ऐसे परिवार जिन्हें लॉकडाउन में राशन की जरूरत है, उन्हें भोजन सामग्री पहुंचाई जाएगी। छह तहसीलों में संपर्क करने के लिए नंबर जारी किए हैं। इसके लिए जिले के इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम को भी जानकारी दी जा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट कहा है कि किसी भी जिले में कोई भूखा नहीं रहना चाहिए। इसी दिशा में यह तैयारी की गई है। डीएम नितीश कुमार ने कहा कि लापरवाही मिलने पर एसडीएम और तहसीलदार के विरुद्ध कार्रवाई होगी। राशन पहुंचाने की व्यवस्था का सौ फीसदी पालन पुख्ता करें। सदर तहसील समेत बहेड़ी, आंवला, नवाबगंज, फरीदपुर और मीरगंज के लिए नंबर भी जारी किए गए हैं।
निगरानी के लिए सर्विलांस सिस्टम
एडीएम वित्त मनोज कुमार पांडेय के मुताबिक तहसील कंट्रोल की चौबीस घंटे चलाने के लिए तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। इसको क्रास चेक करने के लिए भी सर्विलांस सिस्टम बनाया गया है। ताकि कोई अधिकारी या कर्मचारी मनमानी नहीं करने पाए। सेवाभाव से काम करने होंगे।
क्या कहा कमिश्नर ने
बरेली मंडल के कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने बताया कि बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनके पास राशनकार्ड नहीं है। ऐसे परिवारों के लिए हमने राशन पहुंचाने की व्यवस्था लागू की हैं। जरूरतमंद परिवारों की मदद हो सकेगी।