अजमेर प्रकरण में कहा, किसी के रोके नहीं रुकेंगे ख्वाजा के दीवाने
जेएनएन, बरेली : आला हजरत के कुल में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह अजमेर नहीं जाने के एलान से खानकाह
By Edited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 10:58 AM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 02:59 PM (IST)
बरेली(जेएनएन)। आला हजरत के कुल में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह अजमेर नहीं जाने के एलान से खानकाहों में घमासान मच गया है। बरेली की ही दो खानकाहों के प्रबंधकों ने एलान को गलत करार दिया है। कहा है कि ख्वाजा के दीवाने अजमेर जाने से किसी के रोके नहीं रुकेंगे। दूसरे इससे खानकाहों में टकराव भी बढ़ेगा। बेहतर होता कि मसले को बैठकर सुलझाया जाता। भीड़ के बीच एलान कर देना, किसी सूरत में सही नहीं है। इससे इतर ख्वाजा गरीब नवाज में अकीदत (आस्था) रखने वाले जायरीन ने भी साफ कर दिया है कि वे अजमेर पहले की तरह ही जाना जारी रखेंगे। दूरियां बढ़ाने वाला एलान खानकाह नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी ने कहा कि मारहरा के सज्जादानशीन के अजमेर नहीं जाने के एलान से खानकाहों में दूरियां बढ़ेंगी। ख्वाजा गरीब नवाज को दुनिया मानती है। किसी की अकीदत को इजहार से नहीं रोका जा सकता। जायरीन कहां जाएंगे, कहां नहीं, यह उन्हें ही तय करने दिया जाए। यह इसलिए भी जरूरी है कि वे किसी के कहने से रुकेंगे नहीं। अगर किसी तरह के आपसी इख्तेलाफात (नाराजगी) है तो उस पर बात होना चाहिए। इस तरह से भीड़ में एलान कर देने से बात और बिगड़ेगी। उलमा को इस मसले का हल करना चाहिए। उम्मीद है कि बात बढ़ाने की बजाय खत्म की जाएगी। खानकाहों का काम रास्ता रोकना नहीं दरगाह शाह शराफत मियां रहमतुल्ला अलैह के प्रबंधक हाजी मुमताज मियां ने कहा कि इस मामले में बेहतर होता कि खामोशी इख्तेयार कर ली जाती। अजमेर से कुछ कहा गया और उसके जवाब में जायरीन को नहीं जाने देने का एलान कर देने से बात और बढ़ेगी। खानकाहों का काम जायरीन को रास्ता दिखाना है। उलमा को व्यक्तिगत मामलात में नहीं उलझना चाहिए। कोई विवाद खड़ा हुआ है तो उसका हल निकालना बेहतर कदम होगा।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें