बरेली के हाल: डूब गया नया अंडरपास, पब्लिक फिर भी नहीं मानी bareilly news
नया अंडरपास सामान्य बारिश में डूब गया। पब्लिक इसके बावजूद नहीं मानी। पानी से भरे अंडरपास से होकर गुजरती रही।
जेएनएन, बरेली: नया अंडरपास सामान्य बारिश में डूब गया। पब्लिक इसके बावजूद नहीं मानी। पानी से भरे अंडरपास से होकर गुजरती रही। चूंकि अभी कुछ काम बाकी है और उद्घाटन नहीं हुआ इसलिए मजदूरों ने बैरीकेडिंग लगातार रोकने की कोशिश की मगर सफलता नहीं मिली।
करीब चार साल पहले आइवीआरआइ पुल बनने की कवायद शुरू हुई। निर्माण की गति बेहद धीमी होने के कारण क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को दूसरे रास्ते से गुजरना पड़ता था। पुल का काम फंसा मगर, हाल ही में अंडरपास बन गया तो आस जागी कि अब दूर का चक्कर नहीं लगाना होगा। लेकिन, मामला उद्घाटन व फिनिशिंग में फंस गया। जनता को अब इंतजार बर्दाश्त नहीं और उधर से आवाजाही शुरू कर दी।
दो अंडरपास बनाए गए
आइवीआरआइ पर रेलवे ने दो अंडरपास बनाए हैं। इज्जतनगर स्टेशन की ओर 320 मीटर लंबे अंडरपास का निर्माण कार्य चल रहा है। दूसरी ओर रेलवे अस्पताल की तरफ बने अंडरपास बनकर तैयार है।
हटाया बैरियर और निकल गए आगे
मजदूरों ने रेलवे अस्पताल की ओर बने अंडरपास पर बैरिकेटिंग कर लोगों को रोकने की कोशिश की। इस पर लोग मजदूरों से उलझ गए और इसी रास्ते से निकलने पर अड़ गए। कुछ लोग बैरियर हटाकर आगे बढ़ गए। उनके पीछे आ रहे वाहन सवार भी अंडरपास से निकलते रहे।
बड़े स्टूल रोक न सके रास्ता
मजदूरों ने अंडरपास के बीच में दो बड़े स्टूल रखकर रास्ता बंद कर दिया। कुछ देर तक तो अंडरपास से कोई नहीं निकला। लेकिन कुछ लोगों ने दबंगई दिखाते हुए स्टूल रखने का जमकर विरोध किया। उन्होंने कभी पैर से तो कभी उनके साथी ने हाथ से स्टूल को सरकाकर रास्ता खोल दिया।
दोनों सिरे होने चाहिए थे बंद
रेलवे अस्पताल की तरफ बना अंडरपास नैनीताल रोड की ओर निकलता है। पब्लिक को रोकने के लिए दोनों सिरों पर बैरियर लगें तब रास्ता रोका जा सकता।
बारिश ने खोल दी कलई
अंडरपास में जलनिकासी के लिए नाली बनाई गई थी, इसके बाद भी जलभराव हो गया। परिवार के साथ जा रहे लोगों के कदम जरूर ठिठके, लेकिन ऑटो, रिक्शा, कार, बाइक लोग वहां से निकलते रहे।
आइवीआरआइ पुल बना मयखाना
रेलवे के हाथ खड़े करने के बाद आइवीआरआइ पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ है। वाहनों के रफ्तार भरने से पहले पुल पर घास उग आई है। पुल का रास्ता रोकने के लिए बनाई गई दीवार तोड़ दी गई है। नतीजतन, शराबियों ने पुल को मयखाना बना दिया गया है। पुल पर पड़ी शराब की बोतलें और खाली गिलास पुल की दुर्दशा बयां कर रहे हैं।
सेतु निगम ने करीब सालभर पहले आइवीआरआइ पुल के अपने हिस्सा का काम खत्म कर दिया। अब क्रासिंग के ऊपर रेलवे को पुल का निर्माण करना है।