बरेली में लोगों पर भारी पड़ रही अधिकारियों की लापरवाही, जानिए क्या हो रही दिक्कतें
सीवर लाइन की खोदाई में बरती जा रही लापरवाही की वजह से आए दिन लोगों को मुसीबत झेलनी पड़ रही है। कई बार पाइप लाइन फटने से लोगों को पानी के लिए मोहताज होना पड़ रहा है।
बरेली, जेएनएन।सीवर लाइन की खोदाई में बरती जा रही लापरवाही की वजह से आए दिन लोगों को मुसीबत झेलनी पड़ रही है। कई बार पाइप लाइन फटने से लोगों को पानी के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। वही सड़कों के धंसने की वजह से राहगीरों को दुर्घटना होने की आशंका है लेकिन जिम्मेदार फिर भी बेखबर हैं।
रविवार को एक बार फिर कालीबाड़ी के सामने खोदाई की वजह से पाइप लाइन फट गई। करीब पांच बजे पाइप लाइन फटी। इस पर वहां के लोगों ने नगर निगम से लेकर जल निगम तक के अधिकारियों को फोन किया लेकिन चार घंटे तक इसका हल नहीं हुआ। कुछ दिन पहले भी लाइन फटी थी। उसके पहले कालीबाड़ी के ही फाल्तूनंगज की रहने वाली महिलाओं ने नगर निगम में शिकायत की थी कि उनके घरों में महीनों से पानी इसलिए नहीं आ रहा है कि सीवर लाइन की खुदाई के चलते पाइप लाइन फट गई है और घरों में पानी नहीं आ रहा है।
क्या कहता है नियम कहता
जिस रूट पर खोदाई हो। सबसे पहले यह पता लगाया जाए कि वहां पर कौन कौन सी विभाग की केबल पाइप लाइन पड़ी हुई है। इसके बाद उनकी मैपिंग हो। जिससे यह पता लग सके कि वह कितनी गहराई पर है और किस जगह पर हैं। इसके बाद उस विभाग के संबधित अधिकारी की देखरेख में खोदाई हो जिससे उन अंडरग्राउंड पड़ी हुई पाइप लाइन और केबल को क्षति न पहुंचे लेकिन यहां पर न तो काम करा रही एजेंसी के एक्सपर्ट खोदाई के समय नजर आते हैं और न ही जलकल विभाग या दूसरे विभाग के अधिकारी मौके पर होते हैं। संबधित एजेंसी के सुवरवाइज या फिर जेसीबी आपरेटर और मजदूर ही अपने हिसाब से खोदाई करते हैं। यही वजह है कि एक बार नहीं बल्कि तीन बार न सिर्फ पाइप लाइन फट चुकी है बल्कि खोदाई की वजह से कई मीटर लंबी सड़क पर दरार भी पड़ गई और नीचे से मिट्टी भी सरक गई।
जलकल विभाग ने जताई नाराजगी
आए दिन पाइप लाइन फटने की घटनाओं के बाद जलकल विभाग ने जल निगम के अधिकारियों से नाराजगी जताई है। साथ ही पत्र लिखा है। जलकल विभाग ने कहा है कि सेटेलाइट चौराहे से लेकर शहामतगंज कालीबाड़ी तक की खोदाई में कई बार पाइप लाइन फट चुकी है। अयूब खां चौराहे के पास भी पाइप लाइन तोड़ दी गई थी। ऐसे में लोगों को जलआपूर्ति का संकट बन गया है। जलकल विभाग ने जल निगम के एक्सईएन को पत्र लिखकर कहा कि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत तुरंत कराएं। वह कब तक टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति करेंगे। लोग भी नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन ठीक नहीं की गई तो उसका भुगतान जल निगम को करना होगा।
खोदाई के समय पर नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यही वजह है कि रोजाना पाइप लाइन फट रही है क्योंकि जानकारों की निगरानी में काम नहीं हो रहा है। राजकुमार, अग्रवाल, पूर्व महापौर
जल निगम के अधिकारियों से कहा गया है कि खोदाई करते समय सावधानी बरतें। बार बार पाइप लाइन फटने से लोगों को परेशानी होती है। इसके साथ जहां पर नुकसान होता है। उसकी तुरंत मरम्मत कराएं। तारकेश्वर पांडेय, सहायक अभियंता, जलकल विभाग