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ट्रेन में दूध चाहिए या दवा, लोगों के लिेए ट्विटर बन रहा मददगार

चलती ट्रेन में दवा की जरूरत हो या बच्चे के लिए दूध की ऐसी हर समस्या का समाधान ट्विटर के जरिये हो रहा। स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढऩे के साथ ही एक बार फिर समस्या समाधान के लिए इस सुविधा का लाभ लिया जा रहा है।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 06:45 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 05:38 PM (IST)
ट्रेन में दूध चाहिए या दवा, लोगों के लिेए ट्विटर बन रहा मददगार
चार दिन में बरेली जंक्शन पर ऐसे सात यात्रियों की मदद की जा चुकी है।

बरेली [अंकित शुक्ला]।  चलती ट्रेन में दवा की जरूरत हो या बच्चे के लिए दूध की, ऐसी हर समस्या का समाधान ट्विटर के जरिये हो रहा। स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढऩे के साथ ही एक बार फिर समस्या समाधान के लिए इस सुविधा का लाभ लिया जा रहा है। चार दिन में बरेली जंक्शन पर ऐसे सात यात्रियों की मदद की जा चुकी है।

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पांच साल पहले तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यह सुविधा शुरू की थी। यात्रियों की मदद व समस्या निस्तारण के लिए जोनल मुख्यालय स्तर पर ट्विटर मैनेजमेंट सिस्टम बनाया गया था। रेलवे बोर्ड इसका फीडबैक भी लेता है। जीएम, डीआरएम सहित महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों को ट्विटर पर सक्रिय रहना अनिवार्य कर दिया गया था। फरवरी तक यह सुविधा चलती रही, मगर बाद में लॉकडाउन के कारण ट्रेनें बंद होने से मीडिया सेल भी सक्रिय नहीं रहा। अब त्योहार स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढऩे पर एक बार फिर मीडिया सेल मदद के लिए आगे आ रहा। बरेली जंक्शन पर 38 जोड़ी कोविड स्पेशल व त्योहार स्पेशल ट्रेनों का ठहराव है।

इस तरह सुनी जा रही हैं शिकायतें

चलती ट्रेन में मदद मांगने के लिए यात्री रेल मंत्री या मंत्रालय को समस्या ट्वीट करते हैं। उस पर टिकट का पैसेंजर नेम रिकार्ड नंबर (पीएनआर नंबर) व फोन नंबर दर्ज करना होता है। पीएनआर नंबर के जरिये ट्रेन की लोकेशन पता कर कंट्रोल से संबंधित रेल मंडल प्रबंधक को निर्देशित किया जाता है। वहां से संबंधित विभाग व स्टेशन के लिए निर्देश जारी होता है। यह सारा कार्य 15 से 20 मिनट में पूरा कर मदद पहुंच जाती है।

सात माह के बच्चे को मिला दूध

मुजफ्फरपुर के रहने वाले कुमार अजीत सोमवार को (04484) सीतामढ़ी-दिल्ली त्योहार स्पेशल में परिवार समेत सफर कर रहे थे। गाजियाबाद से ट्रेन निकलने पर सात माह के बच्चे को भूख लगी तो उन्होंने रेल मंत्री के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया। जब तक मदद पहुंचती, ट्रेन मुरादाबाद स्टेशन पार कर गई। ऐसे में बरेली जंक्शन पर उनके कोच बी-2 की बर्थ-11 पर दूध पहुंचाया गया।

कोच की गंदगी साफ की गई

लखनऊ निवासी शिव प्रकाश ओझा ने 19 नवंबर को त्योहार स्पेशल 04411 में मुरादाबाद के लिए आरक्षण कराया था। कोच डी-3 में गंदगी होने का ट्वीट उन्होंने किया, तब बरेली जंक्शन पर कोच की सफाई कराई गई।

ट्वीट किया तो भरा गया पानी

डिब्रूगढ़ से लालगढ़ जाने वाली 05909 अवध असम एक्सप्रेस के सेकेंड एसी कोच के शौचालय में पानी न होने को लेकर लखनऊ निवासी राकेश कुमार ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को ट्वीट किया था। उनके आदेश पर ट्रेन के मुरादाबाद पहुंचते ही सभी कोचों में पानी भरा गया।

ट्वीट करने पर मिला सामान

बिहार के सिवान निवासी मोहम्मद रजा ने 11 नवंबर को 03020 बाघ त्योहार स्पेशल ट्रेन से चार नग रेडीमेड माल की बुकिंग कराकर के सिवान को भेजा था। सिवान में गेट न खुलने के कारण माल उतारा नहीं जा सका। ट्विटर पर शिकायत हुई तो 14 नवंबर को दूसरी ट्रेन से सामान भेजा गया।

क्या कहते हैं रेलवे के अधिकारी 

रेलवे अपने रेल यात्रियों के लिए लगतार सेवा में लगी हुई है। हमारी कोशिश रहती है कि उनकी सेवा की गुणवत्ता में और सुधार हो सके। यात्रियों का जितना ज्यादा फीडबैक मिलेगा, हम उतना अधिक सुधार कर सकेंगे।
 तरुण प्रकाश, डीआरएम मुरादाबाद

इंटरनेट मीडिया के माध्यम से हम लगातार लोगों से जुड़ रहे हैं। कम से कम समय में समस्या सुलझाने पर जोर दे रहे हैं।
 आशुतोष कुमार पंत, डीआरएम इज्जतनगर


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