रक्षा बंधन पर मुस्लिम बहनों ने पीएम नरेंद्र मोदी को भेजी राखी, तोहफे में मांगा तलाक बिल
स्पीड पोस्ट के जरिये राखियां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पास भेजी। इस संदेश के साथ कि प्रधानमंत्री, तलाक पीडि़त महिलाओं को राखी के तोहफे के रूप में तीन तलाक का बिल पास कराकर दें।
बरेली (जेएनएन)। तीन तलाक, हलाला और बहु-विवाह पीडि़त महिलाओं ने शनिवार को अपने हाथों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए राखी बनाईं। स्पीड पोस्ट के जरिये ये राखियां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पास भेजी। इस संदेश के साथ कि प्रधानमंत्री, तलाक पीडि़त महिलाओं को राखी के तोहफे के रूप में तीन तलाक का बिल पास कराकर दें।
मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने कहा कि एक बार में तीन तलाक का बिल अभी पास नहीं हुआ है। रक्षा बंधन पर हमारी प्रधानमंत्री से यह अपील है कि वह मुस्लिम बहनों को तलाक से मुक्ति दिलाएं। इससे पहले यह तलाक पीडि़त महिलाएं भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा में शामिल हुईं।
बताते चलें कि काफी प्रयास के बाद ऐतिहासिक मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक-2017 लोकसभा में पास हो चुका है। जिससे मुस्लिम महिलाओं के मुंह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दुआएं निकल रही हैं। तीन तलाक को लेकर लंबे समय से आंदोलन करने वाले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला विंग की अध्यक्ष शहनाज अफजाल ने कहा था कि यह देश के करोड़ों मुस्लिम महिलाओं की जीत है, जो लगातार तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) प्रथा के चलते शोषण और उत्पीड़न की शिकार थी।
उन्होंने कहा कि अब कोई धर्म की आड़ में मुस्लिम महिलाओं का अधिकार नहीं छिन सकेगा। उन्हें ऐसा करने से पहले जेल में जाने के बारे में सोच लेना होगा, क्योंकि मुस्लिम महिलाओं को उच्चतम न्यायालय से न्याय के साथ संसद से कानून भी मिल गया है। मुस्लिम युवती नाजिया खान ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को दोयम दर्जे की जिदंगी मिली हुई थी। कोई उनके हालात पर ध्यान नहीं दे रहा था।