नगर निगम ने ढहाया सांसद निधि से बना यात्री शेड, नाराज भाजपा नेता ने दी अधिकारियों के खिलाफ तहरीर
हाईवे किनारे सांसद निधि से बनाया गया यात्री शेड सोमवार दोपहर नगर निगम की टीम ने ढहा दिया। सूचना मिलने पर तमाम भाजपा नेता इकट्ठा हो गए और यात्री शेड गिराने का विरोध कर हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने भाजपा नेताओं को शांत कराया।
बरेली, जेएनएन। हाईवे किनारे सांसद निधि से बनाया गया यात्री शेड सोमवार दोपहर नगर निगम की टीम ने ढहा दिया। सूचना मिलने पर तमाम भाजपा नेता इकट्ठा हो गए और यात्री शेड गिराने का विरोध कर हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने भाजपा नेताओं को शांत कराया। भाजपा नेताओं ने यात्री शेड गिराने की तहरीर थाने में सौंपी है।
सीबीगंज थाने के सामने यात्रियों की सुविधाओं के लिए दो दशक पहले यात्री टीन शेड का निर्माण सांसद निधि से कराया गया था। भाजपा नेताओं का आरोप है कि यात्री टीन शेड के पीछे कुछ लोगों ने व्यावसायिक उपयोग के लिए भूमि खरीदी है। यात्री शेड व्यवसायियों के आड़े आ रहा था। इस वजह से उसे कई बार गिराने का प्रयास हुआ लेकिन हर बार विरोध के चलते मामला ठंडा पड़ गया।
सोमवार दोपहर अचानक नगर निगम की टीम जेसीबी के साथ यात्री टीन शेड गिराने पहुंच गई। कुछ ही मिनटों में पूरा शेड धराशायी कर दिया। यात्री शेड गिराए जाने की सूचना जैसे ही भाजपा नेताओं को लगी तो वह आग बबूला हो उठे। मौके पर सीबीगंज मंडल अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश लोधी, आरएस लाल, राजन श्रीवास्तव समेत तमाम भाजपा नेता इकट्ठा हो गए और शेड गिराए जाने का विरोध करने लगे।
सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सीबीगंज भी वहां आए और समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराया। भाजपा नेताओं का कहना है कि यात्री शेड ना तो अतिक्रमण की हद में है और ना ही उससे कोई नुकसान है। बावजूद इसके उसे गिराना समझ के परे है। वही, नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जर्जर होने के कारण यात्री शेड गिराया गया। वरिष्ठ भाजपा नेता आरएस लाल की ओर से नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर थाने में दी गई है।
नगर निगम की टीम ने यात्री शेड क्यों गिराया, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है। संबंधित अधिकारियों से इस बारे में पूछा जा रहा है। उसके बाद ही कुछ बता सकेंगे। - अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त
यात्री शेड तोड़े जाने की तहरीर भाजपा नेताओं ने थाने में दी है। मंगलवार को नगर निगम की टीम से यह पता किया जाएगा कि यात्री शेड तोड़ने का कोई लिखित आदेश है या नहीं। उसके बाद ही मामले में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। - बच्चू सिंह, इंस्पेक्टर सीबीगंज