नगर आयुक्त ने Commissioner को लिखी चिट्ठी, नगर निगम में पनप रहा नया विवाद Bareilly News
कान्हा उपवन में गायों की मौत को लेकर महापौर व नगर आयुक्त के बीच पहले ही खींचतान चल रही। प्रकरण की जांच की जा रही है।
जेएनएन, बरेली : कान्हा उपवन में गायों की मौत को लेकर महापौर व नगर आयुक्त के बीच पहले ही खींचतान चल रही। प्रकरण की जांच की जा रही है। इस बीच एक नया विवाद सामने आ गया। नगर आयुक्त ने कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर बताया है कि घर-घर कूड़ा संग्रह में नगर निगम बोर्ड और कार्यकारिणी के स्तर से बाधा उत्पन्न की जा रही है। महापौर को भी अवगत कराया लेकिन, समाधान नहीं निकल पाया है। नगर आयुक्त ने कमिश्नर से दिशा निर्देश मांगे हैं। माना जा रहा है कि पत्र के जरिये नगर आयुक्त ने एक बार फिर महापौर डॉ. उमेश गौतम व पार्षदों की ओर इशारा किया है।
हवा में उड़ रहे NGT के आदेश
अपनी चिट्ठी में नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन ने कहा है कि नगर निगम में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए उनके स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बावजूद नगर निगम कार्यकारिणी के इस मद में बजट का प्रावधान नहीं किया जा रहा है। इतना ही नहीं एनजीटी के आदेश को भी नगर निगम कार्यकारिणी ने हवा में उड़ा रही है। यह स्थिति तब है जब महापौर को भी इस मामले से अवगत कराया जा चुका है। इसके बावजूद आदेशों और योजना की अनदेखी की जा रही है। हालत यह है कि बजट न होने की वजह से घर घर से कूड़ा कलेक्शन की योजना भी सही से संचालित नहीं हो पा रही है।
Board में अटका कूड़े का प्रस्ताव
रोजाना शहर से करीब साढ़े चार सौ मीटिक टन कूड़ा निकलता है। कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नहीं होने के कारण सारा कूड़ा बाकरगंज स्थित खड्ड में डाला जा रहा है। वहां भी कूड़ा डालने की जगह नहीं बची है। इस कारण शहर में कई जगह से कूड़ा उठाया ही नहीं जाता। कई जगह ऐसी हैं जहां से कूड़ा उठने के कुछ देर बाद ही फिर कूड़े के ढेर लग जाते हैं। वही, शहर में अब तक डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन योजना भी शुरू नहीं हो पाई है। कूड़ा नहीं उठाए जाने के कारण लोग खाली प्लाटों व सड़क किनारे फेंक रहे हैं। बीते दिनों बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लगाने के बावजूद पास नहीं होने से टेंडर होने के तीन महीने बाद भी व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है।
Transfer Station को भी नहीं मिल भूमि
नगर निगम ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर में चार स्थानों पर ट्रांसफर स्टेशन बनाने का प्रस्ताव भी तैयार किया है। इसके लिए नगर निगम को भूमि देनी है, लेकिन यह प्रस्ताव भी नगर निगम बोर्ड में लटका पड़ा है।पिछले महीने कान्हा उपवन में गायों की मौत बताते हुए महापौर डॉ. उमेश गौतम ने नगर निगम के अधिकारियों पर आरोप लगाया था। कहा था कि देखभाल नहीं हुई, चारे के सही इंतजाम नहीं हुए इसलिए गायों की मौत हुई। वहीं, नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन ने इन आरोपों का खंडन किया था। पत्रों के जरिये मामला स्थानीय अधिकारियों व शासन तक पहुंच चुका है।