बरेली में वैक्सीनेशन में पिछड़े इलाकों में मिल रहे ज्यादा संक्रमित
लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सरकार टीकाकरण पर जोर दे रही है। सरकार का यह प्रयास आपकी सुरक्षा के लिए ही है क्योंकि अब तक जिन क्षेत्रों में टीकाकरण ज्यादा हुआ वहां पर संक्रमितों की संख्या बेहद कम है। शहरी क्षेत्रों में जहां वैक्सीनेशन कम हुआ वहां पर संक्रमितों की संख्या ज्यादा निकली है।
जागरण संवाददाता, बरेली: लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सरकार टीकाकरण पर जोर दे रही है। सरकार का यह प्रयास आपकी सुरक्षा के लिए ही है, क्योंकि अब तक जिन क्षेत्रों में टीकाकरण ज्यादा हुआ, वहां पर संक्रमितों की संख्या बेहद कम है। शहरी क्षेत्रों में जहां वैक्सीनेशन कम हुआ, वहां पर संक्रमितों की संख्या ज्यादा निकली है।
जिले में 14 फरवरी को मतदान होना है। इससे पूर्व शत प्रतिशत लक्षित आबादी का टीकाकरण कराने का लक्ष्य है। जिले में एक से 18 जनवरी तक 2,930 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने दो बार कोरोना जांच कराई और पाजिटिव पाए गए। जिला सर्विलांस टीम के प्रभारी डा. अनुराग गौतम ने बताया कि अब तक जो भी संक्रमित सामने आ रहे हैं, उनमें सर्वाधिक शहरी क्षेत्र के हैं। संक्रमितों में करीब 64 प्रतिशत शहरी और 36 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों के बताए जा रहे हैं।
जिला प्रतिरक्षण विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 32,11,005 वयस्कों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य दिया गया था। इसमें से 97.24 प्रतिशत लोगों को पहली डोज लग गई है। वहीं, दूसरी डोज 65.13 प्रतिशत लोगों को लगाई जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षित वर्ग में 99.78 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन की पहली डोज लग गई है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में करीब 88 प्रतिशत लोगों ने ही वैक्सीन की डोज लगवाई है। लगभग यही हाल दूसरी डोज का है। शहरी क्षेत्र के 60.37 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र के 63.10 प्रतिशत लोगों ने दूसरी डोज लगवाई है।
वर्जन
अब तक जो कोरोना संक्रमित मिले हैं, उनमें शहरी अधिक हैं। संक्रमितों में वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या भी अच्छी है, लेकिन उनमें कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं। कई संक्रमित लक्षण रहित हैं।
डा. अनुराग, सर्विलांस टीम प्रभारी