Quarantine Center Bareilly Live : क्वारंटाइन वार्ड में उड़ रही गाइडलाइन की धज्जियां, पांच बेड पर आठ भर्ती, खाने में मिल रहे अधपके चावल Bareilly News
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रवासियों संदिग्धों के लिए क्वारंटाइन किए जाने के ठिकाने तो तय हैं मगर वह अव्यवस्थाओं से जूझ रहे।
बरेली, [अंकित गुप्ता]।Quarantine Center Bareilly Live : कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रवासियों, संदिग्धों के लिए क्वारंटाइन किए जाने के ठिकाने तो तय हैं मगर अव्यवस्थाओं से जूझ रहे। कवायद थी कि उन्हें कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करा संक्रमण की आशंका से दूर रखा जाए। मगर ऐसा नहीं हो रहा। कहीं शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा तो कहीं गुणवत्ता ठीक न होने से प्रवासी खाना फेंक रहे। हरुनगला आश्रय स्थल शहर के हरुनगला आश्रय स्थल में जयपुर से आए मीरगंज, रिठौरा, देवरनियां, जादौपुर के 74 प्रवासी ठहरे थे। गुरुवार को बस उन्हें यहां छोड़ गई थी।
आश्रय स्थल में प्रवासियों का सामान बिखरा पड़ा था। 30-40 प्रवासी गेट पर डेरा जमाए थे। पूछने पर बताया कि बिजली चली गई तो गर्मी के कारण वहां बैठ गए। पास ही कूड़ेदान में भोजन के पैकेट पड़े थे। प्रवासियों ने बताया कि सुबह से आए हैं। दो बजे पीले चावल खाने को मिले जो कच्चे थे। इसीलिए उसे फेंक दिया। बाहर से बिस्किट आदि लाकर बच्चों को खिलाया है। काउंटर पर शारीरिक दूरी गायब आश्रय स्थल के काउंटर पर करीब 20 प्रवासी खड़े थे। कोई रजिस्ट्रेशन करवा रहा था तो कोई जांच रिपोर्ट की जानकारी कर रहा था। एक के ऊपर एक चढ़ रहे प्रवासियों को देख वहां मौजूद मैनेजर से शारीरिक दूरी के बारे में पूछा तो कर्मचारी लाइन लगवाने लगे। यहां एक शौचालय भी गंदा पड़ा था। प्रवासियों के रहने के लिए जो डोरमेट्री है, वहां साफ-सफाई दिखी।
नए तीन सौ बेड अस्पताल में मानक तार-तार नए बनाए गए तीन सौ बेड अस्पताल में सौ बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। अफसर यहां व्यवस्थाएं चौकस होने का दावा करते हैं। यहां आमजन के जाने की मनाही है। जहां चिकित्सक बैठते हैं, वहां तक लोग जा सकते हैं। बुधवार दोपहर दो बजे चिकित्सकों की टीम वहां भर्ती लोगों की कागजों से गिनती कर रही थी। क्वारंटाइन सेंटर का एक कमरा कांच के जरिए बाहर से ही दिख रहा था जानकारी करने पर पता चला कि उसमें संक्रमित के करीबी एक ही परिवार के आठ लोग हैं। वहां फर्श पर गंदगी पड़ी थी।
आठ लोगों के लिए मात्र पांच बेड मौजूद थे। दो बेडों पर करीब छह लोग खाना खा रहे थे। उन्होंने बताया कि बस खाना ही मिला है। टेस्ट होने के बाद से कोई नहीं आया है। यही पांच बेड हैं। एक पर बच्चों को लिटा देते हैं। क्वारंटाइन सेंटर का जो हाल बाहर से दिखा, उससे अंदर के अन्य वार्डो की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। साफ दिख रहा है कि किस तरह निगरानी और उपचार कर रहे महकमे की नाक के नीचे किसदेखा उससे अंदर के अन्य वार्डों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। स्वास्थ्य महकमे की नाक के नीचे मानक तार-तार हो रहे हैं।
हरुनगला आश्रय स्थल में यदि अधपका खाना भेजा गया है जो इसकी जांच कराई जाएगी। प्रवासियों को भोजन की व्यवस्था सदर तहसील में कम्युनिटी किचन से कराई गई है। वहां भी गुणवत्ता चेक कराई जाएगी। गड़बड़ी पर कार्रवाई होगी। ईशान प्रताप सिंह, एसडीएम, सदर