राज्यमंत्री ने पूछा- कैसे प्रमाणित करते हैं गड्ढा मुक्त हो गई सड़क तो अफसरों ने साधी चुप्पी Bareilly News
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के शुक्रवार को हवा-हवाई दावे तब धरे के धरे रह गए जब राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने उनसे उल्टे सवाल कर लिया।
जेएनएन, बरेली : सरकार की तमाम चौकसी के बावजूद कागजों पर सबकुछ चकाचक दिखाने की प्रवृत्ति से अफसर बाज नहीं आ रहे हैैं। लेकिन शुक्रवार को उनके हवा-हवाई दावे तब धरे के धरे रह गए, जब मंत्री ने उनसे उल्टे सवाल कर लिया। दरअसल विभागीय कार्यों की समीक्षा करने पहुंचे लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को अफसरों ने बताया कि 479 किलोमीटर दूरी की सड़कें गड्ढामुक्त किए जाने का लक्ष्य था, जिसे लगभग पूरा कर लिया गया है। इस पर मंत्री ने पूछ लिया कि कैसे प्रमाणित करते हैैं कि सड़क गड्ढा मुक्त हो गई है। कोई उत्तर न मिलने पर मंत्री ने उक्त मरम्मत कार्य की रिपोर्ट तलब कर ली है।
लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय शुक्रवार दोपहर को सर्किट हाउस पहुंचे। वहीं विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक की। लोक निर्माण विभाग के अफसरों से पूछा कि सड़कों में गड्ढे होने की शिकायतें हैं। मरम्मत का काम ठीक से क्यों नहीं हो रहा। इस पर अफसरों ने बताया कि 479 किलोमीटर दूरी की सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया गया है। इस पर मंत्री ने सवाल किया कि कैसे आकलन करते हैं कि सड़क गड्ढा मुक्त हो गई। क्या मौके पर जाकर एक-एक गड्ढा देखते हैं। शायद यह तो संभव नहीं। फिर सड़क प्रमाणित करने का आधार क्या होता है। उनके सवाल पर अफसर एक दूसरे का मुंह ताकने लगे। चुप्पी साध गए। इस पर मंत्री ने कहा कि जिन सड़कों को गड्ढामुक्त किया गया है, उनकी रिपोर्ट मुझे भेजें। अफसरों से कहा कि जहां मरम्मत का काम चल रहा है, वहां जाकर निरीक्षण करिए। हवा-हवाई सर्वे न हो, टीमें मौके पर जाकर देखें कि गड्ढे भरे गए या नहीं। बड़ी सड़कें बनाने से पहले जो बन चुकी हैं, उन्हें गड्ढामुक्त करें।