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निदा खान के खिलाफ मैदान में उतरे आला हजरत खानदान के लोग

आला हजरत खानदान के लोगों ने कहा कि तलाक और हलाला को आधार बनाकर माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 29 Jul 2018 04:43 PM (IST)Updated: Sun, 29 Jul 2018 04:43 PM (IST)
निदा खान के खिलाफ मैदान में उतरे आला हजरत खानदान के लोग
निदा खान के खिलाफ मैदान में उतरे आला हजरत खानदान के लोग

बरेली (जेएनएन)। हलाला, तीन तलाक तथा महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली निदा खान के खिलाफ उनकी पूर्व ससुराल के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। निदा खान के खिलाफ फतवे पर मचे बवंडर के बाद कल आला हजरत खानदान के लोग यहां पर एडीजी से मिले।

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एडीजी प्रेम प्रकाश के साथ आधा घंटे से ज्यादा की मुलाकात में बात निदा खान से शुरू होकर हलाला पीडि़ता तक पहुंची। बीच में जिक्र चोटी काटकर देश से बाहर निकालने वाले मोईन सिद्दीकी का भी आया। यह बात भी उठी कि शीरान का कोई जुड़ाव नहीं होने के बाद भी हर मुकदमे में नाम शामिल कराया जा रहा है। एक राजनीतिक पार्टी के दबाव में फतवा देने वाले उलमा पर मुकदमा दर्ज हो गया। इंसाफ की मांग करते हुए कहा गया कि काफी दिन से यह सब अच्छा नहीं हो रहा।

आला हजरत खानदान के लोगों ने कहा कि तलाक और हलाला को आधार बनाकर माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है। इन लोगों ने एडीजी को बताया कि निदा खान और शीरान में वैवाहिक रिश्ते खराब होने की वजह मिजाज का मेल न खाना बनी। आरोप लगाया कि कुछ महिलाएं राजनीतिक दल के इशारे पर शरीयत के खिलाफ बयानबाजी कर रही हैं।

तलाक व हलाला के बारे में सही बात जानने के लिए जब उलमा ने सवाल के जवाब में फतवा दिया तो उन पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। फतवा देने पर ङ्क्षहदुस्तान का यह पहला मुकदमा है। फतवे के जरिये उलमा कानून-ए-शरीयत बता रहे हैं। तलवार के जोर पर उसे लागू नहीं करा रहे। चोटी काटने की धमकी देने वाले मोईन के बारे में सब जानते हैं। फिर भी पुलिस ने उनके साथ मुकदमे में शीरान रजा का नाम भी शामिल कर लिया। फतवे को लेकर भी शीरान को नामजद किया। किला थाने में बवाल को लेकर दर्ज मुकदमे में भी पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाया।

फरहत नकवी के हमारा मतलब नहीं

आला हजरत खानदान के लोगों ने कहा कि फरहत नकवी से सुन्नियों का कोई मतलब नहीं है। वह शिया हैं, उन्हें सुन्नी मसाइल पर जुबान खोलने से रोका जाए।

आइपीएस से कराएं जांच

आला हजरत खानदान के लोगों ने मांग की कि निदा खान से लेकर हलाला पीडि़ता और अब फतवे को लेकर दर्ज मुकदमे में किसी आइपीएस अधिकारी से जांच कराई जाए।

जिन पर मुकदमा दर्ज वह भी पहुंचे

फतवे को लेकर जिन शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम के खिलाफ बारादरी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, वह भी एडीजी से मुलाकात करने वालों में शामिल रहे।

पुलिस किसी दबाव में नहीं

एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि आला हजरत खानदान के लोगों की बात सुनकर कहा है कि पुलिस किसी दबाव में नहीं मेरिट पर कार्रवाई करेगी। न्याय होगा। हमने परिवार को आश्वस्त किया कि इस मामले में आइजी से कहेंगे कि वह स्वयं देखें।

बच्चे की हत्या कोई नहीं सहेगा

आला हजरत हेल्पिंग सोसाइटी की अध्यक्ष निदा खान ने कहा कि मारपीट और भ्रूण हत्या जैसी घटनाएं कौन औरत सह लेगी। रही बात मिजाज की तो आला हजरत परिवार में चौदह तलाक हो चुकी हैं। क्या सभी महिलाओं का मिजाज मेल नहीं खाएगा। बाकी जो औरतें खुशी से रह रही हैं, उनके शौहर अच्छे हैं। मोटी बातें हर कोई सह लेता है। बच्चे की हत्या नहीं सहेगा। मेरे साथ रोजाना की मारपीट जैसी स्थिति हो गई थी।  


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