बरेली में डॉगी की मौत के मामले में मेनका गांधी की नाराजगी के बाद दर्ज हुई रिपोर्ट
कुतिया की मौत हो गई। पीपल फॉर एनिमल (पीएफए) के कार्यकर्ता एफआइआर दर्ज कराने थाना पहुंचे। दारोगा के मामला दर्ज करने में हीलाहवाली करने के बाद मेनका गांधी से इंस्पेक्टर को फोन किया।
बरेली (जेएनएन)। केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी का पशु प्रेम उनको विशिष्ट श्रेणी में खड़ा कर देता है। पशु-अधिकारवादी नेता मेनका गांधी के हस्तक्षेप के कारण कल बरेली में एक वैन चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
स्कूल वैन से कुचलकर एक कुतिया की मौत हो गई थी, जिसके बाद पीपल फॉर एनिमल (पीएफए) के सक्रिय कार्यकर्ता इस मामले में एफआइआर दर्ज कराने थाना पहुंचे। वहां पर दारोगा के मामला दर्ज करने में हीलाहवाली करने के बाद मेनका गांधी से सीधा इंस्पेक्टर को फोन किया और केस दर्ज करने का निर्देश दिया।
सुभाषनगर में कुछ समय पहले डॉगी का हादसे में एक पैर कट गया था। तब से मुहल्ले के लोग उसकी देखरेख करते, खाना देते था। रविवार दोपहर को पल्स स्कूल की वैन ने उसे कुचल दिया, जिस पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों का आरोप था कि चालक शराब के नशे में था। टोकने पर गालियां देने लगा था। बात बढ़ी तो बच्चों को वहीं छोड़कर चला गया। मुहल्ले वालों ने उन सभी को उनके घरों तक पहुंचाया।
स्कूल वैन चालक ने डॉगी को कुचल दिया, जिसके बाद हंगामा हो गया। चालक वैन में बच्चों को छोड़कर भाग गया। इसके बाद कार्रवाई के लिए पीएफए कार्यकर्ता थाने पहुंचा तो इंस्पेक्टर ने तहरीर फाड़कर सभी को बाहर निकाल दिया। शिकायत पहुंची तो केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इंस्पेक्टर को फोन पर जमकर फटकारा। मुकदमा एसपी सिटी ने आदेश पर हो सका।
पीएफए रेस्क्यू प्रभारी धीरज पाठक डॉगी का शव लेकर रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। वहां इंस्पेक्टर ने रिपोर्ट दर्ज करने को मना कर दिया। पाठक को आफिस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। इसके बाद गुस्साए धीरज ने एसीएम और सीओ टू का काफिला रोक लिया। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी तक शिकायत पहुंची तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। कुतिया के शव का आईवीआरआई में पोस्टमार्टम होगा।
इंस्पेक्टर के धक्का देने के बाद मामला बढ़ा
मामला दर्ज कराने के लिए पीएफए के जिलाध्यक्ष सतीश यादव व धीरज पाठक थाने पहुंचे। उनका कहना था कि वहां सादा कपड़ों में बैठे इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार दोहरे डॉगी का शव देखकर भड़क गए। बदसलूकी करते हुए शव को थाने से बाहर लेकर जाने को कहा। धीरज पाठक ने तहरीर दी तो उसे फाड़ दिया और सभी को धक्का देकर बाहर निकाल दिया। आरोप है कि थाना से इंस्पेक्टर ने धीरज पाठक को धक्का देकर भगा दिया। कहा कि रिपोर्ट नहीं होगी। तू नाटक ज्यादा करता है। धीरज पाठक सुभाषनगर वापस चले गए।
वहां एसीएम और सीओ-2 निकल रही थीं। धीरज ने एसीएम की गाड़ी रोक लगी। सीओ ने इंस्पेक्टर से रिपोर्ट दर्ज करने को कहा। धीरज फिर से डॉगी का शव लेकर थाने पहुंच गए। वहां इंस्पेक्टर ने धीरज का प्रार्थना पत्र फेंक दिया। फिर तो कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इंस्पेक्टर की शिकायत मेनका गांधी तक पहुंच गई। मेनका गांधी ने फोन ही इंस्पेक्टर की क्लास लगा दी। एसपी सिटी से इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने को निर्देश दिए।
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अफसरों के निर्देश के बावजूद बदसुलूकी
इंस्पेक्टर की बदसलूकी से नाराज पीएफए कार्यकर्ताओं ने चुनाव भ्रमण करने निकले एसीएम व सीओ का काफिला रोककर शिकायत की।
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सीओ सीमा यादव ने इंस्पेक्टर को फोन पर कार्रवाई के लिए कहकर कार्यकर्ताओं को थाने भेजा। वे दोबारा पहुंचे तो इंस्पेक्टर फिर भड़क गए।
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कार्यकर्ताओं से अभद्रता की। पीएफए कार्यकर्ताओं ने बताया कि सुबह को एक गांव में साठ फिट गहरे कुआं में गाय गिरने पर पुलिस ने मदद के लिए उन्हीं को बुलाया था। बाद में जब डॉगी प्रकरण आया तो अभद्रता की गई।