आचार संहिता लग गई अब खुलकर 'खेलो'
आचार संहिता लगते ही पुलिस अब अपने असली रूप में आ गई है।
By Edited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 08:58 PM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 11:28 AM (IST)
जागरण संवाददाता, बरेली: आचार संहिता लगते ही पुलिस अब अपने असली रूप में आ गई है। चूंकि तबादले का डर नहीं लिहाजा खुलकर खेलो। कोतवाली पुलिस ने पिछले दो दिन से एक युवक को फुटबाल बनाकर रख दिया। कभी छेड़छाड़, स्मैक, तमंचा, चोरी, बाइक चोरी आखिर में तमंचा फाइनल हुआ। दो दिन बाद युवक का तमंचे में चालान कर दिया गया। शनिवार रात को सट्टा किंग कुप्पी ने राजेन्द्र उर्फ गजनी को साथियों के साथ घेरकर जमकर पीटा। फिर कुतुबखाना चौकी से सिपाही आमीन को बुलाकर कोतवाली भिजवा दिया। शनिवार रात पूछने पर कुतुबखाना चौकी इंचार्ज चमन गिरी ने बताया कि राजेंद्र को छेड़छाड़ के मामले में पकड़ा गया है। कोतवाल राजी नहीं हुए कहा 151 में चालान होगा। लेकिन दोपहर बाद खेल हो गया। इसके बाद पुलिस और सटोरियों का गठजोड़ शुरू हो गया। पुलिस ने रविवार को भी राजेंद्र का चालान नहीं किया। पहले उसे कुप्पी ने पीटा बाद में कोतवाली में रात में पुलिस ने जमकर पीटा। इसके बाद सोमवार को भी दिन भर ड्रामा चला। आखिर में तमंचे की व्यवस्था की गई और शाम को उस पर तमंचा दिखाकर चालान कर दिया गया। वर्जन- आचार संहिता लग गई है तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि पुलिस मनमानी करेगी। कानून सबके लिए है। अवैध रूप से हिरासत में रखना फिर असलाह दिखा देना सरासर गलत है। शिकायत संज्ञान में आई तो बख्शा नहीं जाएगा फिर वह कोई भी हो। - अविनाश चन्द्र, एडीजी। ------------- पुलिस का कारनामा - दो दिन युवक को हिरासत में रखा, फिर तमंचे में किया चालान - छेड़छाड़, स्मैक, चाकू, बाइक चोरी, आखिर में फाइनल हुआ तमंचा
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