Law Exam : नकल करते पकडे़ गए आठ छात्र नेताओं ने शिक्षकों को इस अंदाज में धमकाया Bareilly News
अगर हिम्मत है तो कॉपी सीज करके दिखाओ.. आरोपित फार्म भी नहीं भर रहा था। इसपर चीफ प्रॉक्टर ने पुलिस के हवाले सौंपने की बात कही तो वह शांत हो गया।
जेएनएन, बरेली : रुहेलखंड विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों की सेमेस्टर परीक्षा के दूसरे दिन जमकर हंगामा हुआ। बरेली कॉलेज सहित शहर के आठ केंद्रों से कुल 12 नकलची पकड़े गए। सर्वाधिक आठ नकलची बरेली कॉलेज से ही पकड़े गए। ये सभी समाजवादी छात्रसभा, एबीवीपी और एनएसयूआइ से जुड़े छात्रनेता बताए गए, जो लॉ की परीक्षाएं देने आए थे।
पकडे़ जाने पर शिक्षकों को धमकाया
नकल करते पकड़े जाने पर एक छात्रनेता ने उल्टे शिक्षक को ही धमकाना शुरू कर दिया। कहा कि अगर हिम्मत है तो कॉपी सीज करके दिखाओ.. आरोपित फार्म भी नहीं भर रहा था। इसपर चीफ प्रॉक्टर ने पुलिस के हवाले सौंपने की बात कही तो वह शांत हो गया। पकड़े गए दो छात्र आपराधिक मामलों में भी वांछित हैं। सीओ बारादरी और इंस्पेक्टर बारादरी भी परीक्षा के दौरान कैंपस में मौजूद रहे। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने उन्हें परीक्षा कक्ष में घुसने से मना करवा दिया।
यूएफएम कमेटी करेगी छात्रों का फैसला
कॉलेज प्रशासन ने कहा कि अगर आपात स्थिति बनती है तो जरूर पुलिस से मदद ली जाएगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजीव ने बताया कि बरेली के आठ केंद्रों से कुल 12 नकलची पकड़े गए हैं। केंद्रों ने इनपर कार्रवाई की संस्तुति की है। अब यूएफएम कमेटी इन छात्रों पर फैसला करेगी।
धरा रहा सीटिंग प्लान, मर्जी से बैठे छात्र
परीक्षा कक्ष में पहुंचते ही सबसे ज्यादा लॉ के छात्रों की दबंगई देखने को मिली। परीक्षा केंद्र में जहां दोस्त मिले वहीं पर नकल करने के लिए बैठ गए। सीटिंग प्लान धरा का धरा रह गया। हालांकि, प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पहुंचने के बाद सभी को नए सिरे से बैठाया गया।
प्रॉक्टर से बोले- दीदी.. पूछकर तो लिखने दो
जब शिक्षकों ने जेबों में रखी नकल की पर्चियां पकड़ ली तो छात्रनेता शिक्षकों और चीफ प्रॉक्टर डॉ. वंदना शर्मा के आगे गिड़गिड़ाने लगे। बोलने लगे.. दीदी, पूछकर तो लिख लेने दो.. तो कुछ छात्रों ने उनसे एक घंटे के लिए गश्त न करने की अपील की।
आठ नकलची पकड़े हैं। इनकी उत्तर पुस्तिकाएं सील कर नकल सामग्र नत्थी की गई है। परीक्षा में जो भी अव्यवस्था फैलाएगा। उस पर सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस में भी दे सकते हैं। -डॉ. वंदना शर्मा, चीफ प्रॉक्टर, बरेली कॉलेज