यूनानी मेडिकल कॉलेज के लिए शुरु हुई जमीन की पैमाइश, दिसंबर से शुरु होगा निर्माण कार्य
सूबे के पहले यूनानी मेडिकल कालेज का प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत हजियापुर में निर्माण होना है। गुरुवार को सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग हजियापुर पहुंचे।
बरेली, जेएनएन। सूबे के पहले यूनानी मेडिकल कालेज का प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत हजियापुर में निर्माण होना है। गुरुवार को सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग हजियापुर पहुंचे। यहां जमीन की पैमाइश हुई। पिछले साल सितंबर में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय की अध्यक्षता वाली समिति ने यूनानी मेडिकल कालेज परियोजना को मंजूरी दी थी।
केंद्र यूनानी मेडिकल कालेज की बिल्डिंग बनाने को 129.5 करोड़ की रकम दे रहा है। पैमाइश के दौरान पुलिस बल बुलाया गया था। लोक निर्माण विभाग, अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। बरेली में राजकीय यूनानी मेडिकल कालेज बनाने की कोशिश पिछली सपा सरकार के समय से हो रही है। करीब तीन साल पहले नगर निगम ने हजियापुर में 27 हजार वर्ग मीटर जमीन यूनानी मेडिकल कालेज के नाम ट्रांसफर की थी। मगर, सरकार बदलने के बाद परियोजना को बजट नहीं मिल सका। जुलाई 2019 में पीएमजेवीके के तहत यूनानी मेडिकल कालेज परियोजना को पूरा कराने की कवायद शुरू हुई। जो कामयाब हो गई।
अगस्त में पीएमजेवीके की जिला स्तरीय समिति ने यूनानी मेडिकल कालेज के प्रस्ताव को अपनी संस्तुति के साथ लखनऊ भेज दिया। इसके बाद यूनानी मेडिकल कालेज परियोजना पर मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 129.5 करोड़ के यूनानी मेडिकल कालेज प्रोजेक्ट पर मुहर लगाकर केंद्र सरकार को भेज दिया।ओपीडी और भर्ती करने की होगी सुविधा प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत अल्पसंख्यक बाहुल्य वाले इलाकों में विकास कार्य कराए जाते हैं। पहले इस योजना का नाम मल्टी सेक्ट्रल डेवलपमेंट प्लान (एमएसडीपी) था। पीएमजेवीके से कालेज, हॉस्टल, अस्पताल और तकनीकी संस्थानों का निर्माण कराया है। अल्पसंख्यक बाहुल्य होने की वजह से बरेली में पीएमजेवीके के तहत यूनानी मेडिकल कालेज बनाने का फैसला हुआ। इस योजना में अस्पताल, ओपीडी और मरीजों को भर्ती करने की सुविधा भी होगी।
जमीन की पैमाइश के दौरान मैं हजियापुर गया था। यूनानी मेडिकल कॉलेज बनने के बाद बहुत बड़े वर्ग को बेहतर चिकित्सा का फायदा मिलेगा। - चंद्र मोहन गर्ग, सीडीओ बरेली